सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : सोमवार दोपहर (28 अप्रैल) को मुंबई के वेद कुंभ ऑडिटोरियम का मंच साहस, लय और जिजीविषा की जीवंत अभिव्यक्ति में तब्दील हो गया, जब इंद्राणी मुखर्जी एंटरप्राइज (IME) ने “डांस इज़ फॉर एवरीबॉडी” नामक समावेशी प्रस्तुति का आयोजन किया। यह विशेष कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस के सम्मान में आयोजित किया गया था।
संदीप सोपरकर ने इस सांस्कृतिक संध्या के सूत्रधार की भूमिका निभाई, जबकि रतन प्रताप ने प्रत्येक प्रस्तुति को गरिमा और आत्मीयता से प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम ने पारंपरिक प्रदर्शन की सीमाओं को पार करते हुए विकलांग कलाकारों को भारत की नृत्य परंपरा के केंद्र में स्थान दिया।
इस मंच पर भारत की 17 मान्यता प्राप्त दिव्यांगता श्रेणियों का प्रतिनिधित्व करने वाले नर्तक एकत्रित हुए—जिनमें दृष्टिहीनता, कम दृष्टि, कुष्ठ रोग से मुक्त व्यक्ति, श्रवण बाधित, अंग विकलांगता, बौनेपन, बौद्धिक अक्षमता, मानसिक रोग, ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर, सेरेब्रल पाल्सी, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, पुरानी तंत्रिका स्थितियाँ, विशिष्ट अधिगम अक्षमता, वाणी एवं भाषा विकार, अनेक विकलांगताएं, एसिड अटैक से पीड़ित और पार्किंसन रोग जैसी स्थितियाँ शामिल थीं। प्रत्येक कलाकार ने यह सिद्ध किया कि नृत्य लय या गति नहीं, बल्कि उपस्थिति, आत्मा और सच्चाई का उत्सव है।
इंद्राणी मुखर्जी, IME की संस्थापक, ने कहा,
“सच्ची दृढ़ता यह नहीं कि आप वहीं लौटें जहां आप थे, बल्कि यह कि आप कैसे अलग और साहसपूर्वक आगे बढ़ते हैं—बुद्धि, गरिमा और साहस के साथ। आज के कलाकारों ने केवल नृत्य नहीं किया, बल्कि यह भी दिखाया कि मंच पर अधिकार किसी सीमा में नहीं बंधा होता।”
संदीप सोपरकर ने कहा,
“हर एक गति आज एक घोषणा थी। नृत्य पूर्णता नहीं मांगता, वह हृदय मांगता है—और हर कलाकार ने इस आह्वान का उत्तर पूरे समर्पण से दिया।”
परंपरा का पालन करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई—जो विद्या, कला और ज्ञान की देवी को समर्पित थी। इसके बाद संदीप सोपरकर ने दर्शकों को विविध प्रस्तुतियों की एक अद्भुत यात्रा पर ले जाया।
इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे, जिनमें इंडिया फाइन आर्ट्स काउंसिल के अध्यक्ष श्री हरेश मेहता और वेद कुंभ के निदेशक श्री सम्पत सिंह शामिल थे। इनकी उपस्थिति ने इस कार्यक्रम के कलात्मक मूल्य और सामाजिक प्रभाव के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
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