सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में एमबीए स्टूडेंट्स को खुद की मौत का शोक संदेश लिखने का असाइनमेंट देने पर विवाद खड़ा हो गया है। यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ. अतुल भरत ने छात्रों से खुद की फोटो के साथ अपनी मौत के बाद दिया जाने वाला शोक संदेश और श्रद्धांजलि लिखने के लिए कहा। यह असाइनमेंट ‘प्रबंधन सिद्धांत’ (Management Principles) विषय के तहत दिया गया था।

इस असाइनमेंट को लेकर एक छात्रा ने आपत्ति जताई, जिसके बाद प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठी है। मामले में मानव अधिकार आयोग से भी शिकायत की गई है। हालांकि, प्रोफेसर अतुल भरत ने इसे क्रिएटिव थिंकिंग का हिस्सा बताते हुए असाइनमेंट को सही ठहराया है। उनका कहना है कि शोक संदेश लिखवाने का उद्देश्य स्टूडेंट्स को यह सिखाना है कि दुनिया उन्हें किस तरह से याद करेगी और उनका अस्तित्व क्या रहेगा।

छात्रों ने क्या लिखा अपने शोक संदेश में?
एक छात्र ने अपने शोक संदेश में लिखा, “यह विश्वास करना कठिन है कि अब आप हमारे साथ नहीं हैं। वह एक सफल व्यवसायी और अरबपति थे, जिन्होंने कई लोगों की मदद की और युवाओं को रोजगार दिया।” इसी तरह के संदेश कई छात्रों ने जमा किए, क्योंकि उन्हें डर था कि नंबर कट जाएंगे।

विवाद और कार्रवाई की मांग:
इस असाइनमेंट को लेकर पूर्व कार्य परिषद सदस्य आलोक डावर ने प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि इस तरह के असाइनमेंट से छात्रों और उनके माता-पिता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। मामले में स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के एचओडी प्रो. कन्हैया आहूजा ने प्रोफेसर से जवाब मांगा है, जिसके बाद कार्रवाई पर निर्णय लिया जाएगा।

प्रोफेसर का पक्ष:
प्रोफेसर अतुल भरत ने कहा कि यह असाइनमेंट कई सालों से दिया जा रहा है और इसका उद्देश्य स्टूडेंट्स में क्रिएटिव थिंकिंग विकसित करना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस असाइनमेंट पर 110 स्टूडेंट्स में से केवल एक छात्रा ने आपत्ति ली थी और उस पर कोई दबाव नहीं डाला गया था।