सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: इंदौर शहर में ट्रैफिक की समस्या और सड़कों पर खड़े होने वाले वाहनों के कारण उत्पन्न बाधाओं को दूर करने के लिए जिला प्रशासन ने  व्यापारिक संगठनों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में चर्चा हुई कि व्यापारी पहले खुद नगर निगम द्वारा बनाए गए मल्टीलेवल पार्किंग का उपयोग करें ताकि ट्रैफिक की समस्या का समाधान हो सके। व्यापारियों ने इस पर सफाई और सुरक्षा का मुद्दा उठाया, जिसे कलेक्टर आशीष सिंह ने गंभीरता से लिया और जल्द ही सुधार का आश्वासन दिया।

बैठक में व्यापारियों ने फुटपाथ पर बैठे अवैध व्यापारियों की समस्या भी उठाई, जिनका कहना था कि टैक्स वे देते हैं लेकिन फुटपाथ व्यापारी उनकी जगह पर कब्जा कर व्यापार करते हैं। कलेक्टर ने साफ किया कि ट्रैफिक बाधित कर व्यापार करने वाले किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, और नियमों का पालन अनिवार्य है।

बैठक में तय किया गया कि अब हर महीने के दूसरे बुधवार को पार्किंग सहित अन्य मुद्दों पर व्यापारी कलेक्टर के साथ बैठक करेंगे। इसके अलावा, बेसमेंट पार्किंग के मुद्दे पर भी चर्चा हुई, जिसमें कलेक्टर ने एक महीने का समय दिया है।

व्यापारी संगठनों ने पार्किंग शुल्क को लेकर चिंता जताई। जेल रोड एसोसिएशन के राजकुमार शर्मा ने कहा कि ज्यादा शुल्क वहन नहीं कर पाएंगे और शुल्क की दरें फिर से तय करने की आवश्यकता है। इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अक्षय जैन ने कहा कि नियमित बैठकों से शहर की स्थिति सुधरेगी और व्यापारी शहर हित में काम करने को तैयार हैं।

सराफा एसोसिएशन के अनिल रांका ने कहा कि व्यापारिक संगठन प्रशासन के साथ हैं, लेकिन व्यवस्थाओं को जमीन पर लागू करने के लिए नीचे का अमला ईमानदारी से काम करे।

बैठक में निर्णय लिया गया कि पार्किंग स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, सफाई की व्यवस्था की जाएगी, और सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएंगे। पार्किंग शुल्क प्रतिमाह 300 रुपए दोपहिया और 1400 रुपए चार पहिया वाहनों के लिए तय किया गया है। नगर निगम ने फुटपाथ पर अतिक्रमण हटाने के लिए सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

इस बैठक से शहर में ट्रैफिक की समस्या को लेकर समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है, जिससे व्यापारी और प्रशासन दोनों मिलकर शहर को और बेहतर बनाने की दिशा में आगे बढ़ सकें।