सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: में इस साल सितंबर में बारिश की कमी ने मौसम की बेरुखी को उजागर किया है। इस महीने केवल 2 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है, जबकि औसत बारिश का कोटा 7 इंच है। सीजन का औसत बारिश का आंकड़ा 36 इंच है, जिसमें अब तक केवल 31 इंच बारिश हुई है। अगर अगले सप्ताह में बारिश नहीं हुई, तो पिछले एक दशक में यह पहला मौका होगा जब सितंबर का औसत बारिश का कोटा भी पूरा नहीं होगा।
रविवार को दिन का तापमान 33.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस महीने का सबसे अधिक तापमान है। पिछले साल सितंबर में इंदौर में 20 इंच बारिश हुई थी, जबकि इस बार अगस्त में 15 इंच से ज्यादा बारिश हुई थी, जिसने थोड़ी राहत दी थी।
मौसम विशेषज्ञ अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि इस बार केरल और मुंबई में मानसून समय पर आया, लेकिन अरब सागर से आया सिस्टम मध्य प्रदेश की सीमा पर कमजोर पड़ गया। जुलाई और अगस्त में सिस्टम के न बनने के कारण इंदौर में कम बारिश हुई है।
कम बारिश से किसानों में चिंता बढ़ गई है। खासकर रबी फसल के लिए। देपालपुर का बनेडिया तालाब केवल आधा भरा है, जबकि शाहपुरा तालाब 25% भरा हुआ है। किसान लाखन सिंह गेहलोत ने बताया कि अगर अच्छी बारिश नहीं हुई, तो गेहूं और लहसुन की फसल पर गंभीर संकट आ सकता है।
इस प्रकार, इंदौर में मौसम की स्थिति और बारिश की कमी ने न केवल कृषि उत्पादन पर प्रभाव डाला है, बल्कि किसानों के भविष्य के लिए भी चिंता बढ़ा दी है।