सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल:  इंदौर शहर में ट्रैफिक समस्याओं के समाधान के लिए फरवरी 2024 में योजनाबद्ध एलिवेटेड कॉरिडोर की डिजाइन अब तक तय नहीं हो सकी है। इसके कारण गुजरात की कंपनी को ठेका नहीं दिया जा पा रहा है, जिससे अनपेक्षित खर्चे का भी खतरा है।

बैठक में अधिकारियों और विशेषज्ञों के बीच विवाद बढ़ा है, जहां डिजाइन की एफिशिएंसी पर सवाल उठे हैं। वर्तमान ट्रैफिक डेटा के अनुसार, एलआईजी से नवलखा तक केवल 3 से 4 प्रतिशत ट्रैफिक यातायात कर पाएगा।

सॉइल टेस्टिंग के बाद भी प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने में मुश्किलें आ रही हैं। अब जनप्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक में ही इस मुद्दे पर निर्णय होगा।

ग्रेड सेपरेटर का सपना अभी भी अधूरा

इस बीच, 24 साल बाद भी ग्रेड सेपरेटर का सपना पूरा नहीं हो सका है। 2000 में प्रस्तावित ग्रेड सेपरेटर का निर्माण अब तक अटका हुआ है। इस दिशा में 2013 में बीआरटीएस ने कदम उठाया था, लेकिन आज तक इसका कोई नतीजा नहीं निकला है।

गहरे विवादों के बीच फैसला तय

विशेषज्ञों के डेटा के साथ मिलकर, मुंबई की टेक्नोजैम कंपनी को डिटेल रिपोर्ट बनाने का आदेश दिया गया है। इसमें शहर के प्रमुख अधिकारी शामिल हैं, जिनमें कलेक्टर आशीष सिंह, निगमायुक्त शिवम वर्मा और आईडीए सीईओ आरपी अहिरवार शामिल हैं।