सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: इंदौर से बैतूल तक के 278 किमी लंबे नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य प्रगति पर है, लेकिन तीन ठेका कंपनियों द्वारा मौजूदा सड़क का मेंटेनेंस नहीं किया गया है। एनएचएआई के साथ हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल (एचएएम) के तहत अनुबंध में स्पष्ट शर्त थी कि हाईवे निर्माण के दौरान ठेका कंपनियों को वर्तमान सड़क का रखरखाव करना होगा। मेंटेनेंस की कमी के चलते कई स्थानों पर सड़क की हालत बेहद खराब हो गई है, यहां तक कि कुछ जगहों पर सड़क गायब हो चुकी है।
ट्रेंचिंग ग्राउंड से डबलचौकी के लिए 32 करोड़ स्वीकृत
एनएचएआई द्वारा 50 किमी के हिस्से के रखरखाव के लिए 32 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं, लेकिन यह राशि अभी तक पीडब्ल्यूडी एनएच को नहीं मिली है। ग्रामीणों के विरोध और चक्काजाम के बाद यह निर्णय लिया गया। इसके अलावा, राघौगढ़ से बैतूल तक के हिस्से के लिए 80 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं, पर काम की गति धीमी है।
राघौगढ़ से बैतूल तक 80 करोड़ रुपए स्वीकृत
राघौगढ़ से हरदा और फिर बैतूल तक कुल 5 हिस्सों में एनएचएआई द्वारा सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है। हालांकि, डबलचौकी से राघौगढ़ के बीच 5 किमी की सड़क की हालत अब भी जर्जर है और इसे ठीक करने के लिए मंजूर राशि का उपयोग अभी तक नहीं हुआ है।
अधिकारियों का बयान
प्रोजेक्ट डायरेक्टर मनीष मीणा और सुमेश बांझल ने कहा कि बारिश के कारण डामर का काम प्रभावित हो रहा है। गड्ढे भरने के लिए गिट्टी डाली जा रही है और ठेकेदारों को लगातार नोटिस दिए जा रहे हैं। अब तक 80 करोड़ में से 39 करोड़ रुपए पीडब्ल्यूडी एनएच को दिए जा चुके हैं और शेष राशि काम शुरू होने के बाद दी जाएगी।
सड़क के रखरखाव में हो रही देरी और ठेकेदारों द्वारा मेंटेनेंस न करने के कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।