आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के शुरू होने में अब गिनती के ही दिन बचे हैं। सारी टीमों ने कमर कस ली है। होम टीम इंडिया से भी इस बार उम्मीदें कई गुना हैं। साल 2011 के बाद एक बार फिर मौका है, चैंपियन बनने का। नए कप्तान रोहित शर्मा के साथ विराट कोहली का अनुभव कितना कमाल करेगा और इस बार भारतीय टीम का बैलेंस कैसा है?

दैनिक भास्कर की खास सीरीज इंडिया का वर्ल्ड कप कनेक्शन में आज क्रिकेट एक्सपर्ट अयाज मेमन से जानिए कि भारत की तैयारी वर्ल्ड चैंपियन बनने की तैयारी कैसी है…

कितनी तैयार है टीम इंडिया?

अगर पेपर पर देखें तो टीम बहुत ही ज्यादा मजबूत है। मजबूत इसलिए भी क्योंकि प्लेयर्स की क्वालिटी भी बहुत अच्छी है। इसके अलावा बैलेंस और एक्सपीरिएंस का एक अच्छा कॉन्बिनेशन है। टीम में यंग प्लेयर अक्षर पटेल, ईशान किशन और मोहम्मद सिराज भी खास होंगे। वहीं विराट कोहली जैसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने 2011 का वर्ल्ड कप खेला था। साथ ही, तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की वापसी भारत के लिए अच्छा संकेत है। एशिया कप में उनका प्रदर्शन वर्ल्ड कप के लिहाज से भी भारतीय प्लेइंग इलेवन को मजबूत करेगा। कुल मिलाकर भारतीय टीम बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों तरफ से काफी मजबूत दिख रही है। हार्दिक पांड्या इस वर्ल्ड कप में ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं।

होम ग्राउंड में खेलने का असल मतलब क्या है और इसके चैलेंज क्या हो सकते हैं?

होम ग्राउंड का असल मतलब ये है कि टीम के प्लेयर इसी पिच पर खेल चुके होते हैं और उन्हें कंडीशन का अंदाजा रहता है। हालांकि, समय के साथ इसमें कमी देखने को मिली है क्योंकि IPL के आने से विदेशी खिलाड़ी भी भारतीय कंडीशन से वाकिफ हो गए हैं।

टीम कितनी मजबूत दिख रही है?

अभी भारतीय टीम काफी मजबूत दिख रही है। कप्तान रोहित शर्मा को ही देख लें, मौजूदा समय में रोहित से बेहतर बल्लेबाज शायद ही कोई है। 2019 के वर्ल्ड कप में रोहित ने 5 शतक लगाकर अपने इरादे साफ कर दिए थे। इसके अलावा विराट कोहली भी बड़ा रोल प्ले करेंगे। यही दोनों खिलाड़ी दूसरी टीम की तुलना में काफी आगे हैं। इसके अलावा शुभमन गिल, ईशान किशन और केएल राहुल का टीम में होना भारतीय मिडिल आर्डर को भी मजबूती देगा। ऑलराउंडर जडेजा और हार्दिक पांड्या गेंद और बल्ले से कमाल कर सकते हैं।

गिल से इस बार उम्मीदें बहुत हैं?

गिल उभरते हुए सितारे हैं, बहुत ही होनहार हैं। हाल के सालों में उन्होंने अपने खेल से सभी को खूब प्रभावित किया है। जितनी आसानी से खिलाड़ी शॉट खेलता है, वही उसकी काबिलियत को दर्शाता है। गिल के पास रेंज ऑफ स्ट्रोक, टाइमिंग और पावर भी है। विराट और शुभमन गिल दोनों में एक खासियत ये है कि दोनों अंडर-19 के स्टार रहे हैं। ऐसे में इनका खेल टीम को डेप्थ देगा और बड़ी भूमिका भी निभाने में मददगार होगा।

एक खिलाड़ी पर डिपेंडेंसी अब भी है?

समय के साथ ये निर्भरता कम हो गई है। पहले तीन-चार साल तक ऐसा होता था कि सचिन के आउट होते ही लगता था खेल खत्म हो गया है। एक बात और है, अक्सर डिपेंडेंसी वाला पार्ट बैटर तक सीमित हो जाता है, जबकि गेंदबाज भी बड़ी भूमिका निभाते हैं।

धोनी को इंडियन टीम कितना मिस करेगी?

धोनी जैसे प्लेयर को आप हमेशा मिस करेंगे। ऐसे प्लेयर बहुत कम दिखते हैं। पिछले वर्ल्ड कप में आखिरी उम्मीद धोनी ही थे, लेकिन दौर बदलने के साथ चेहरों से आगे भी बढ़ना पड़ता है, जो जरूरी भी है।

पहला मैच तय करेगा दिशा…

भारत और पाकिस्तान के मुकाबले का सब को इंतजार है, लेकिन भारत का पहला मैच वर्ल्ड कप में टीम की असल परीक्षा होगी। यहां जीत मिलने पर मोमेंटम मिल जाएगा, जो आगे टूर्नामेंट के लिए काफी मददगार साबित होगा।