आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : एक लंबे इंतजार के बाद वर्ल्ड कप फिर से भारत में होने जा रहा है। 10 अलग-अलग टीम ट्रॉफी के लिए मैदान में भिड़ेंगी लेकिन चैंपियन कोई एक होगा। दैनिक भास्कर की खास सीरीज इंडिया का वर्ल्ड कप कनेक्शन में क्रिकेट एक्सपर्ट अयाज मेमन से जानेंगे कि दूसरी टीमों की तैयारी कैसी है? उनके कैप्टन्स का रोल क्या हो सकता है?
एक्सपर्ट के मुताबिक इस बार मुकाबला काफी तगड़ा होने वाला है। 10 टीम में से 6 से 7 टीम ऐसी हैं, जिनमें से कोई भी विनर हो सकता है। अगर चार टॉप टीम की बात करें तो सबसे पहले नंबर पर इंडिया होगी क्योंकि होम एडवांटेज है, टैलेंट भी भरपूर है। इसके अलावा पाकिस्तान जिनके पास बेहतरीन फास्ट बॉलिंग अटैक है। ऑस्ट्रेलिया जो वर्ल्ड कप की सबसे सफल टीम है, इसके अलावा डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड भी इस बार कमाल कर सकती है। जिनके पास कई ऐसे प्लेयर हैं, जो टूर्नामेंट के दौरान कमाल कर सकते हैं।
पाकिस्तान को छोड़कर बाकी सभी टीमों के खिलाड़ी ऐसे हैं, जिनको भारतीय पिच का अंदाजा है। खासकर IPL खेलने के चलते इन्हें भारतीय कंडीशन के बारे में पता रहेगा। वहीं पाकिस्तान लंबे अरसे के बाद भारत खेलने आ रही है, जिन्हें टैलेंट से ज्यादा टेंम्प्रामेंट पर फोकस करना होगा। होम टीम के चलते जहां भारत को सपोर्ट भरपूर मिलने वाला है लेकिन इसका एक नुकसान ये भी है कि प्रेशर भी उतना ही ज्यादा होने वाला है।
अलग-अलग टीमों के कैप्टन्स की स्थिति कैसी है?
एक्सपर्ट के मुताबिक कैप्टन्स का रोल काफी अहम होने वाला है। अगर कैप्टन प्रेशर में आ गया, वो खुद परफार्म नहीं कर पा रहा है, तो ऐसे में पूरी टीम का मनोबल गिर जाता है। वर्ल्ड कप इतिहास पर नजर डालें तो कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है। 1975 में क्लाइव लॉयड से लेकर 83 में कपिल, 92 में इमरान खान, 2003 में रिकी पोंटिंग या फिर 2011 में धोनी। कप्तान की अप्रोच हर बार खास रही है। कप्तान ही नहीं, टीम के बड़े खिलाड़ी जिन्हें बिग ओकेशन प्लेयर कहते हैं। उनका खेल भी काफी खास हो जाता है।
विराट कोहली क्या भारत के लिए बड़े प्लेयर हो सकते हैं?
अयाज मेमन के मुताबिक हर टीम ये चाहती है कि उनके सभी प्लेयर बड़े परफार्मेंस के साथ टूर्नामेंट में उभरें। इस बार ऐसा कुछ दिख भी रहा है। सारी टीम अपने आप में काफी मजबूत दिख रही हैं। इससे भी खास ये होगा कि वर्ल्ड कप के लिहाज से कौन सी टीम अपने आप को पहले एडजस्ट कर पाती है। प्लेइंग 11 जितनी जल्दी सटीक बैठ जाएगा, टीम उतना ही बेहतर परफार्म कर पाएगी।
इस बार क्या 300+ स्कोर देखने को मिलेगा?
क्रिकेट जैसे-जैसे आगे बढ़ा है, बड़े स्कोर और उन्हें चेज करने का दायरा भी बढ़ता गया है। 1983 में जहां भारत 183 पर ऑलआउट हो गया लेकिन फिर भी भारत ने मैच जीत लिया। पहले 50 ओवर में 250, 260 बनाकर आप खुश हो सकते थे, लेकिन आज 300, 350 बनाकर भी हार का डर सताने लगता है।
इंडिया की अलग-अलग पिच पर क्या हाल होगा?
अयाज मेमन के मुताबिक भारत में कंडीशन हर पिच अलग होगी। जो माहौल मोहाली में मिलेगा, वो वानखेड़े या लखनऊ में नहीं रहेगा। इन कंडीशन को ध्यान में रखकर ये कहा जा सकता है कि अगर आप 300 नहीं बना पाए तो प्रॉब्ल्म है। इसकी वजह है अलग-अलग टीम में बल्लेबाजी की डेप्थ। ऑस्ट्रेलिया हो या इंग्लैंड इनके खिलाड़ी 9-10 नंबर तक भी बल्लेबाजी करते हैं।
कौन से ऐसे भारतीय चेहरे हैं, जिन पर दूसरी टीमों की नजर होगी?
एक्सपर्ट के मुताबिक भारतीय टीम के दो बड़े खिलाड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली पर सबकी नजर होगी। हार्दिक पांड्या एक्स फैक्टर हो सकते हैं। इसके अलावा जसप्रीत बुमराह की वापसी कई टीम की नींद उड़ा सकती है। हालांकि, भारतीय टीम में विकेटकीपर को लेकर अभी भी स्थिति उतनी बेहतर नहीं दिखती, इस पर टीम को बेहतर प्लानिंग करनी होगी।