सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: इंदौर के आरआर कैट और इसरो के बीच हुए समझौते के तहत चांद पर मानव मिशन और अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन बनाने वाले रॉकेट के इंजन कैट की एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग तकनीक से बनाए जाएंगे। इससे ISRO की उत्पादन क्षमता 8 गुना बढ़ेगी और एक साल में 3 की जगह 25 इंजन बनाए जा सकेंगे।

इसरो के न्यू जेनरेशन लॉन्च व्हीकल ‘सूर्या’ से 32 टन तक के सैटेलाइट और पेलोड अंतरिक्ष में भेजे जा सकेंगे। इस परियोजना में स्टार्टअप्स को भी शामिल किया जाएगा, जिससे तकनीक का बड़े पैमाने पर निर्माण संभव होगा।