सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: सिंगर कुमार सानू का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें सिंगर एक कॉन्सर्ट के दौरान गाने के जरिए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई की मांग करते दिख रहे हैं। हालांकि अब कुमार सानू ने सफाई देते हुए बताया है कि उन्होंने ऐसा कोई गाना नहीं गाया है, बल्कि उनके कॉन्सर्ट के वीडियो में AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के जरिए छेड़छाड़ की गई है।
कुमार सानू ने हाल ही में अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट से मामले पर सफाई पेश की है। उन्होंने फेक न्यूज की एक तस्वीर शेयर कर लिखा है, ‘मैं ये साफ करना चाहता हूं कि मैंने कभी भी पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री के लिए कोई गाना नहीं गाया है। जो ऑडियो फेसबुक पर सर्कुलेट हो रही है, वो मेरी आवाज में नहीं है। इसे AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के जरिए बनाया गया है। कुछ लोग मेरी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं इसलिए मैं अपने फैंस को बताना चाहता हूं कि ये खबर अफवाह और झूठ है।’
डीपफेक बनाने वाले के खिलाफ लेंगे लीगल एक्शन
कुमार सानू ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा है, ‘ये टेक्नोलॉजी का सीरियल मिसयूज है। मैं भारत सरकार से अपील करता हूं कि इसके खिलाफ एक्शन लिया जाए, जिससे AI और डीपफेक टेक्नोलॉजी के साथ हो रहे खिलवाड़ को रोका जा सके। मिसइंफॉर्मेशन फैलने से रोकें।’
वायरल हो रहे डीपफेक वीडियो में कुमार सानू एक ऐसा गाना गाते दिखाई दे रहे हैं, जिसमें वो जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री को जेल से निकालने की बात कर रहे हैं। हालांकि, रिपोर्ट्स की मानें तो वो वीडियो कुमार सानू के ब्रिटेन में हुए एक कॉन्सर्ट का है। असल में कॉन्सर्ट में कुमार सानू ने पाक के पूर्व प्रधानमंत्री से जुड़ी कोई बात नहीं कही थी। वीडियो को AI के जरिए बदला गया है, जिसमें लिरिक्स और लिपसिंग के साथ छेड़छाड़ हुई है।