सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क – आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: गाजा पट्टी में 6 बंधकों के शव मिलने के बाद इजराइल में गुस्सा भड़क गया है। रविवार रात को देशभर में करीब 5 लाख लोग सड़कों पर उतर आए और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ प्रदर्शन किया। राजधानी तेल अवीव में 3 लाख से अधिक और अन्य शहरों में 2 लाख से ज्यादा लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर बंधकों की रिहाई के लिए ठोस कदम न उठाने का आरोप लगाया और जल्द से जल्द युद्धविराम की मांग की। इस दौरान कई हाईवे जाम कर दिए गए और प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए। पुलिस ने हाईवे पर प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछारें की और उन्हें वहां से हटाने का प्रयास किया।
रक्षा मंत्री का नेतन्याहू सरकार पर हमला:
इजराइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने भी अपनी ही सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि सरकार बंधकों को मुक्त कराने की बजाय सीमा क्षेत्र पर कब्जा करने को प्राथमिकता दे रही है, जो कि गलत है। गैलेंट ने कहा कि बंधकों की रिहाई को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, उसके बाद ही अन्य कदम उठाए जाने चाहिए।
मजदूर संघ ने की हड़ताल का ऐलान:
इजराइल के सबसे बड़े मजदूर संघ ने सोमवार से देशभर में हड़ताल का आह्वान किया है, जिसका उद्देश्य सरकार पर युद्धविराम के लिए दबाव डालना है ताकि बंधकों को सुरक्षित वापस लाया जा सके। इस हड़ताल के कारण इजराइल का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बेन-गुरियन भी बंद रहने की संभावना जताई जा रही है।
हमास ने बंधकों की हत्या की:
गौरतलब है कि इजराइली सेना ने गाजा के राफा में हमास की सुरंगों से 6 बंधकों के शव बरामद किए थे। सेना ने बताया कि उनके वहां पहुंचने से कुछ समय पहले ही हमास ने बंधकों को बर्बरता से मार डाला था। इस घटना के बाद से इजराइली जनता में गहरा आक्रोश है और वे सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।