सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: इजराइली सेना ने गुरुवार रात लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर 70 से अधिक हवाई हमले किए, जो गाजा युद्ध के बाद का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। इन हमलों में हिजबुल्लाह के 1000 रॉकेट बैरल को नष्ट किया गया और एक महत्वपूर्ण हथियार डिपो भी बर्बाद कर दिया गया।

हमले की पृष्ठभूमि

पिछले तीन दिनों में लेबनान के विभिन्न क्षेत्रों में वॉकी-टॉकी और सोलर एनर्जी सिस्टम में धमाकों की घटना के बाद इजराइल ने यह कार्रवाई की। इन धमाकों में 37 लोगों की मौत हुई और 2300 लोग घायल हुए, जिसके बाद लेबनान और हिजबुल्लाह ने इजराइल पर हमलों का आरोप लगाया।

इजराइल का बयान

इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा कि वे हिजबुल्लाह के कई रॉकेट लॉन्चरों और इमारतों को नष्ट करने में सफल रहे हैं। IDF ने चेतावनी दी है कि हिजबुल्लाह इन हथियारों का उपयोग इजराइल पर हमले के लिए करने वाला था।

नागरिकों की सुरक्षा

हमलों के बाद, IDF ने नॉर्थ इजराइल के नागरिकों को बम शेल्टरों के करीब रहने की सलाह दी है और सार्वजनिक स्थानों पर इकट्ठा न होने की चेतावनी दी है।

हिजबुल्लाह का प्रतिरोध

हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह ने इजराइल के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और कहा कि इजराइल ने जनसंहार की शुरुआत की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर इजराइली सैनिक दक्षिणी लेबनान में घुसते हैं, तो यह बदला लेने का ऐतिहासिक मौका होगा।

निष्कर्ष

विशेषज्ञों का मानना है कि हिजबुल्लाह के लिए इजराइल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करना आवश्यक है, लेकिन वर्तमान में संगठन युद्ध के लिए तैयार नहीं दिखाई दे रहा है। यह स्थिति क्षेत्र में तनाव को बढ़ा सकती है और नई हिंसा की लहर का कारण बन सकती है।