आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : क्रिकेट के महाकुंभ यानी वनडे वर्ल्ड कप का आगाज होने जा रहा है। 12 साल के लंबे अंतराल के बाद भारत इसकी मेजबानी कर रहा है। वर्ल्ड कप से पहले ICC वर्ल्ड कप के प्रचार के लिए ट्रॉफी टूर करवा रही है, लेकिन टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले वनडे वर्ल्ड कप की ट्रॉफी बुधवार को कांगड़ा एयरपोर्ट पहुंची।

इस दौरान क्रिकेट फैंस ने ट्रॉफी के साथ फोटो खिंचवाई। ट्रॉफी को गगल चौक, शहीद स्मारक धर्मशाला, कोतवाली बाजार चौक, मैक्लोडगंज मुख्य चौक, दलाईलामा बौद्ध मठ मैक्लोडगंज, स्काईवे मैक्लोडगंज से होते हुए टी गार्डन से होते हुए धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम पहुंचेगी।

7 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक वर्ल्ड कप 2023 के 5 मैच धर्मशाला में खेले जाने हैं। यह पहली बार है कि वर्ल्ड कप के मैच धर्मशाला में खेले जाएंगे। हर किसी के लिए इस आयोजन का हिस्सा बनने का मौका है और यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सबसे बड़े आयोजन के लिए मूड तैयार करेगी।

इससे पहले 2011 में वनडे वर्ल्ड कप का आयोजन भारत की मेजबानी में किया गया था। उस समय टीम इंडिया ने एमएस धोनी की कप्तानी में वर्ल्ड विजेता बनने का गौरव हासिल किया था। महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का सपना पूरा हुआ था। इसके साथ ही करोड़ों भारतीय फैंस का भी गोल्डन ड्रीम पूरा हुआ था। उम्मीद की जा रही है कि रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम धोनी वाला कारनामा करे और 1983 और 2011 के बाद तीसरी बार खिताब अपने नाम करे।

2 महीने में लंदन में तैयार हुई ट्रॉफी

आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप ट्रॉफी क्रिकेट वर्ल्ड कप के विजेता को प्रदान की जाती है । वर्तमान ट्रॉफी 1999 चैंपियनशिप के लिए बनाई गई थी और यह टूर्नामेंट के इतिहास में पहला स्थायी पुरस्कार था। इससे पहले, प्रत्येक विश्व कप के लिए अलग-अलग ट्रॉफियां बनाई जाती थीं। ट्रॉफी को गैरार्ड एंड कंपनी के पॉल मार्सडेन द्वारा डिजाइन किया गया था और दो महीने की अवधि में गैरार्ड एंड कंपनी के कारीगरों की एक टीम द्वारा लंदन में निर्मित किया गया था। ट्रॉफी का निर्माण अब एशफोर्ड में ओट्टे विल सिल्वरस्मिथ्स द्वारा किया जाता है ।

वर्तमान ट्रॉफी चांदी और सोने से बनी है और इसमें तीन चांदी के स्तंभों द्वारा रखा गया एक सुनहरा ग्लोब है। स्टंप और बेल्स के आकार के स्तंभ क्रिकेट के 3 मूलभूत पहलुओं का प्रतिनिधित्व करते हैं जिनमें बल्लेबाजी , गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण है, जबकि ग्लोब एक क्रिकेट गेंद की विशेषता है । इसकी ऊंचाई 60 सेमी है और इसका वजन लगभग 11.0567 किलोग्राम है।

2 महीने में लंदन में तैयार हुई ट्रॉफी

आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप ट्रॉफी क्रिकेट वर्ल्ड कप के विजेता को प्रदान की जाती है । वर्तमान ट्रॉफी 1999 चैंपियनशिप के लिए बनाई गई थी और यह टूर्नामेंट के इतिहास में पहला स्थायी पुरस्कार था। इससे पहले, प्रत्येक विश्व कप के लिए अलग-अलग ट्रॉफियां बनाई जाती थीं। ट्रॉफी को गैरार्ड एंड कंपनी के पॉल मार्सडेन द्वारा डिजाइन किया गया था और दो महीने की अवधि में गैरार्ड एंड कंपनी के कारीगरों की एक टीम द्वारा लंदन में निर्मित किया गया था। ट्रॉफी का निर्माण अब एशफोर्ड में ओट्टे विल सिल्वरस्मिथ्स द्वारा किया जाता है ।

वर्तमान ट्रॉफी चांदी और सोने से बनी है और इसमें तीन चांदी के स्तंभों द्वारा रखा गया एक सुनहरा ग्लोब है। स्टंप और बेल्स के आकार के स्तंभ क्रिकेट के 3 मूलभूत पहलुओं का प्रतिनिधित्व करते हैं जिनमें बल्लेबाजी , गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण है, जबकि ग्लोब एक क्रिकेट गेंद की विशेषता है । इसकी ऊंचाई 60 सेमी है और इसका वजन लगभग 11.0567 किलोग्राम है।