सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : सफलता हमेशा उन लोगों के कदम चूमती है जो कड़ी मेहनत करते हैं। यह लाइन बॉलीवुड के ग्रीक गॉड कहे जाने वाले ऋतिक रोशन की जिंदगी में एकदम सटीक बैठती है।
साल 2000 में कहो ना प्यार है से बॉलीवुड में कदम रखने वाले ऋतिक को आज इंडस्ट्री में 25 साल पूरे हो गए हैं। अपनी पहली ही फिल्म से वह रातोंरात स्टार बन गए थे, लेकिन सफलता की सीढ़ियां चढ़ना उनके लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था।
ऋतिक ने अपनी जिंदगी में एक ऐसा समय भी देखा था जब दो शब्द बोलने के लिए उन्हें घंटों प्रैक्टिस करनी पड़ती थी। दुबई में अपनी पहली फिल्म के लिए बेस्ट डेब्यू एक्टर का अवॉर्ड लेते समय वह ‘आई लव यू दुबई’ कहना चाहते थे, लेकिन ‘दुबई’ शब्द सही से नहीं बोल पा रहे थे। इसके लिए उन्होंने कभी बाथरूम में तो कभी अलमारी के अंदर जाकर प्रैक्टिस की थी और फिर अवॉर्ड फंक्शन में ‘दुबई’ कह पाए थे।
आज फिल्म इंडस्ट्री के साथ-साथ कई लोग उन्हें अपना डांस गुरु मानते हैं, लेकिन एक बार डॉक्टर्स ने उन्हें साफ चेतावनी दी थी कि अगर वह डांस करेंगे तो कभी भी व्हीलचेयर पर आ सकते हैं और इसकी वजह थी एक रेयर बीमारी।
आज, ऋतिक रोशन के 51वें जन्मदिन के खास मौके पर पढ़िए पिता राकेश रोशन, डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद, कजिन पश्मीना और उनके करीबी लोगों की जुबानी ऋतिक की कहानी…
बचपन से संघर्ष किया, हकलाने को कभी अपनी कमजोरी नहीं समझा ऋतिक के पिता राकेश रोशन ने कहा, ऋतिक ने अपने 25 साल के करियर में कई अलग-अलग किरदार निभाए हैं। बॉलीवुड में बहुत ही कम एक्टर होंगे, जिन्होंने ऐसा किया होगा। ऋतिक ने कहो ना प्यार है से बॉलीवुड में डेब्यू किया था, जिसमें उन्होंने डबल रोल निभाया था। लेकिन फिल्म कोई मिल गया के बाद वह एक बेहतरीन एक्टर के रूप में उभरे। ऋतिक सिर्फ किरदारों को निभाते नहीं हैं, बल्कि उन्हें जीते हैं।
ऋतिक ने बचपन से काफी संघर्ष किया है। उनकी सबसे बड़ी लड़ाई स्टैमरिंग (हकलाने) से थी। इसके लिए वह किसी भी शूट से पहले डायलॉग्स को याद करके जाते थे। अगर किसी ने आखिरी वक्त पर कोई डायलॉग बदल दिया, तो उसे फिर से याद करने में वक्त लगता था। लेकिन इस समस्या को दूर करने के लिए ऋतिक ने बहुत मेहनत की। वह रोजाना जोर-जोर से हिंदी और अंग्रेजी अखबार पढ़ते थे। करीब 20-25 साल तक उन्होंने ऐसा किया और कुछ साल पहले ही ऋतिक ने इस समस्या को पूरी तरह से हराया, जो उनकी एक बड़ी कामयाबी है।
राकेश रोशन ने आगे कहा- ऋतिक हर दिन अपने आप में बदलाव करते रहते हैं। हर फिल्म में वह कुछ न कुछ नया करने की कोशिश करते हैं। मुझे यह देखकर बहुत खुशी और गर्व महसूस होता है। ऋतिक कभी एक ही जॉनर की फिल्में नहीं करते। जब मैं भी फिल्में बनाता था, तो हमेशा अलग-अलग जॉनर की फिल्में बनाता था और ऋतिक भी वही कर रहे हैं।
ऋतिक ने हिंदी फिल्मों में एक्टर्स की परिभाषा बदल दी- डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद ऋतिक के बारे में डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद ने कहा, जब ऋतिक ने बॉलीवुड में डेब्यू किया, तो उन्होंने एक एक्टर की परिभाषा को ही बदल दिया। वह डांस, एक्शन और निर्देशन सब कर सकते हैं। यह खासियत बहुत कम ही एक्टर्स में देखने को मिलती है।
ऋतिक जब भी कोई सीन शूट करते हैं, उसके बाद वह उसे मॉनिटर पर जरूर चेक करते हैं। वह सिर्फ अपने काम को ही नहीं, बल्कि हर चीज को देखते हैं, जैसे कि उनके को-एक्टर्स ने कैसा शॉट दिया, लाइटिंग कैसी थी, आदि। इसके अलावा शूटिंग के दौरान वह किसी और मुद्दे पर बात नहीं करते। वह शूटिंग के दौरान सिर्फ और सिर्फ अपने रोल के बारे में ही बात करना पसंद करते हैं। मैं हमेशा उन्हें कहता हूं कि वह दिन दूर नहीं जब आप फिल्में भी डायरेक्ट करेंगे। हालांकि, वह ऑफ स्क्रीन बहुत मस्ती करते हैं।
जैसे फिल्मों में दिखते हैं, असल जिंदगी में बिल्कुल अलग हैं ऋतिक- पश्मीना ऋतिक की कजिन पश्मीना रोशन ने बताया कि एक्टर एक फैमिली मैन हैं। उनके कारण ही परिवार के सदस्य एक दूसरे के करीब रहते हैं।
पश्मीना ने कहा- बिजी शेड्यूल से समय मिलते ही वह हमेशा डिनर, लंच और फैमिली छुट्टियों की प्लानिंग करते हैं, ताकि हम सभी एक साथ समय बिता सकें। वह हमारे परिवार के लिए एक सुरक्षित जगह हैं।
फिल्मों में जो किरदार वह निभाते हैं, असल जिंदगी में उनसे बिल्कुल अलग हैं। अगर आप उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानते हैं, तो पाएंगे कि वह बहुत मजेदार हैं। हमेशा जोक्स करते हैं और हंसी-खुशी की कहानियां सुनाते हैं। वह बहुत अच्छे स्टोरीटेलर हैं। हालांकि, कभी-कभी वह ध्यान नहीं देते और अपना चश्मा कहीं पर भी भूल जाते हैं।
वह हमेशा अपने किरदार में खोए रहते हैं, काम के बाहर भी। हालांकि, मैं यह नहीं कह सकती कि जब वह घर आते हैं तो अपने किरदार में रहते हैं। लेकिन, हां वह अपनी एक्टिंग को रोजाना की जिंदगी में शामिल करते हैं। जैसे, फिल्म सुपर 30 के दौरान वह अक्सर अपने किरदार के लहजे में बात करते थे। कभी-कभी यह इतना मजेदार होता था कि हम भी उनका साथ देते थे।
अपने लुक को खुद क्रिएटिव बनाते हैं, मेकअप आर्टिस्ट को करते हैं गाइड चाहे सुपर 30 हो, धूम हो या फिर गुजारिश, ऋतिक हमेशा अपने लुक्स के साथ एक्सपेरिमेंट करते रहते हैं। उनके मेकअप आर्टिस्ट की मानें तो एक्टर खुद अपने लुक्स पर क्रिएटिव इनपुट देते हैं।
मेकअप आर्टिस्ट विजय पलांडे की मानें तो जब भी ऋतिक किसी नए रोल को निभाते हैं, तो उस किरदार को पूरी तरह से जीते हैं। यही कारण है कि वह हमेशा उन्हें कई क्रिएटिव इनपुट देते हैं। फिर वे अलग-अलग लुक्स को टेस्ट करते हैं और उनमें से एक लुक को फाइनल करते हैं। कुछ ऐसा ही वो लोग हर फिल्म में करते हैं।
विजय ने कहा, मेरे लिए ऋतिक सर का सबसे चुनौतीपूर्ण लुक फिल्म सुपर-30, वॉर और विक्रम वेधा का था। इन लुक्स पर काम करने का एक अलग ही अनुभव था, क्योंकि इन्हें डिजाइन करने में सर और मैंने बहुत मेहनत की थी और हमें काफी मजा भी आया था।
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