सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: हूती विद्रोहियों ने पहली बार इजराइल के मध्य क्षेत्र पर 2600 किलोमीटर दूर से बैलिस्टिक मिसाइल दागी। इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ, क्योंकि मिसाइल एक खुले इलाके में गिरी। हालांकि, इस घटना के बाद वहां आग लग गई, जिसे इजराइली डिफेंस फोर्सेज़ (IDF) के जवानों ने बुझाया।

हमले के बाद पूरे तेल अवीव और मध्य इजराइल में सायरन बजने लगे, जिससे हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हूती विद्रोहियों को इस कार्रवाई की भारी कीमत चुकानी होगी।

नेतन्याहू ने बताया कि उन्हें होदेदा पोर्ट पर किए गए जुलाई के हमले की याद दिलाने की जरूरत नहीं है, जिसमें हूती विद्रोहियों को काफी नुकसान हुआ था। वहीं, हूती विद्रोहियों ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि 7 अक्टूबर से पहले ऐसे कई और हमले किए जाएंगे।

इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम “आयरन डोम” द्वारा इस मिसाइल को रोकने में असमर्थता के कारणों की जांच की जा रही है। IDF ने बताया कि कई बार कोशिशों के बावजूद मिसाइल को पूरी तरह से नष्ट नहीं किया जा सका।

इस बीच, इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू और रक्षा मंत्री योव गैलेंट के बीच तनाव बढ़ गया है। नेतन्याहू ने गैलेंट को लेबनान पर हमला करने का आदेश दिया, लेकिन गैलेंट ने इसे सही समय न मानते हुए बंधकों की रिहाई की कोशिश जारी रखने का सुझाव दिया। नेतन्याहू ने धमकी दी है कि अगर गैलेंट ने ऑपरेशन को रोकने की कोशिश की तो उन्हें पद से हटा दिया जाएगा।