लंदन । दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रहे ब्रिटेन में इस बीच एक नई मुसीबत आ खड़ी हुई है। मध्य इंग्लैंड में एक पोल्ट्री यूनिट में अत्यधिक खतरनाक एच5एन1 बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं। देश के कृषि मंत्रालय ने सोमवार को इसकी पुष्टि की है। ये सभी संक्रमित पक्षी वारविकशायर में अलसेस्टर के पास एक पोल्ट्री फॉर्म में मौजूद हैं।

स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि बर्ड फ्लू का संक्रमण रोकने के लिए इन सभी पक्षियों को मार दिया जाएगा। बर्ड फ्लू का यह प्रकोप ऐसे समय पर सामने आया है, जब ब्रिटेन ने राष्ट्रव्यापी एवियन इंफ्लुएंजा प्रीवेंशन जोन घोषित किया है। इसके तहत फॉर्म और पक्षियों की देखरेख करने वाले लोगों को बायोसिक्योरिटी प्रतिबंधों को कड़ा करने को कहा गया है। इससे पहले, एच5एन1 स्ट्रेन की पुष्टि उत्तरी वेल्स एक व्यक्ति के घर में पाली गई मुर्गियों में हुई थी। वहीं, पूर्वी स्कॉटलैंड में बाड़े में रखी गईं मुर्गियों और मध्य इंग्लैंड के एक पक्षी बचाव केंद्र में भी एच5एन1 स्ट्रेन की पुष्टि की गई थी।

उल्लेखनीय है कि बर्ड फ्लू वायरस पिछले कुछ हफ्तों से यूरोप भर में फैल रहा है। फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड और डेनमार्क में भी बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं। फ्रांस के अधिकारियों ने बर्ड फ्लू के ताजा प्रकोप के बीच सभी बाहरी पोल्ट्री फार्मों को जानवरों को घर के अंदर आश्रय देने का आदेश दिया है। संक्रमित और प्रवासी पक्षियों के संपर्क से बचने के लिए किसानों को इस सर्दी में जाल लगाने और अपने पोल्ट्री को सीमित रखने के लिए कहा गया है। देश के कृषि मंत्रालय ने बताया कि अगस्त की शुरुआत के बाद से अब तक एवियन इंफ्लूएंजा के 130 मामले सामने आ चुके हैं।

फ्रांस के मंत्रालय ने कहा कि इटली में 19 अक्टूबर से अब तक इटली में बर्ड फ्लू के छह मामले सामने आ चुके हैं। इसलिए पोल्ट्री फार्मों की सुरक्षा के लिए सख्त रोकथाम उपायों को लागू किया जाएगा। नए प्रतिबंधों के तहत, पोल्ट्री में भीड़ और रेसिंग कबूतर प्रतियोगिताओं पर मार्च तक प्रतिबंध लगा दिया गया है। जबकि चिड़ियाघरों में पक्षियों को कैद में करने या वैक्सीन लगाए जाने का आदेश दिया गया है। अर्देंनेस क्षेत्र में वायरस के एक स्ट्रेन का पता चलने के बाद फ्रांस ने पहले सितंबर में बर्ड फ्लू के अलर्ट स्तर को मध्यम तक बढ़ा दिया था।

इस बीच वेल्स के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने वेल्स में एन5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा के एक मामले की पुष्टि की है। पूरे यूके की साइटों से जंगली पक्षियों में एचपीएआई एच5एन1 के कई निष्कर्ष सामने आए हैं। यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) ने कहा है कि एवियन इन्फ्लूएंजा मुख्य रूप से पक्षियों की बीमारी है और आम जनता के स्वास्थ्य के लिए जोखिम बहुत कम है।