आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : बॉलीवुड अभिनेत्री और मथुरा की सांसद हेमा मालिनी सोमवार को अपना 75वां जन्मदिन मना रही हैं। इस मौके पर हेमा मालिनी ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि वह अभिनेत्री, फिर डांसर और राजनीति में आईं…अब सब मिलकर एक हो गई हैं।

16 अक्टूबर 1948 को हुआ जन्म

तमिलनाडु के अम्मानकुंडी में 16 अक्टूबर, 1948 को जन्मीं हेमा मालिनी का पूरा नाम हेमा मालिनी चक्रवती था। हेमा मालिनी बॉलीवुड की प्रसिद्ध और सफल अभिनेत्री हैं। उन्होंने जीवन का ज्यादातर समय हिंदी सिनेमा को दिया। अभी भी वह बॉलीवुड में काफी लोकप्रिय हैं। परदे के साथ-साथ वह राजनीति में भी अपनी खास पहचान बना चुकी हैं।

साल 2003 से शुरू किया राजनीतिक सफर

हेमा मालिनी बॉलीवुड की उन गिनी-चुनी अभिनेत्रियों में शामिल हैं, जिनमें सौन्दर्य और अभिनय का अनूठा संगम देखने को मिलता है। लगभग 6 दशक के करियर में उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। इसके बाद 2003 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा। 2003 में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें राज्यसभा सांसद बनाया। वह 2009 तक राज्यसभा सदस्य रहीं। इसके बाद पार्टी ने उनको जनता के वोटों के जरिए संसद भेजने का प्लान बनाया।

2014 में मथुरा से लोकसभा चुनाव लड़ीं

2014 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री का चेहरा बने। इसके साथ ही हेमा मालिनी को मथुरा लोकसभा सीट से पार्टी ने चुनावी मैदान में उतारा। यहां से सांसद हेमा मालिनी ने रालोद के जयंत चौधरी को शिकस्त दी और सांसद बनीं। इसके बाद उन्होंने दूसरी बार भी 2019 में लोकसभा चुनाव मथुरा से ही लड़ा और जीत हासिल की।

कान्हा की भक्त होने के कारण हेमा ने चुनी मथुरा सीट

2014 में जब भाजपा ने हेमा मालिनी से कहा कि उनको लोकसभा चुनाव लड़ना है, तो उन्होंने मथुरा से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि वह भगवान श्रीकृष्ण की भक्त हैं और उन्हीं की जन्मस्थली से चुनाव लड़ना चाहती हैं। इसके बाद पार्टी ने उनको मथुरा से टिकट दिया और वह यहां की सांसद बनी।

अलग-अलग रंग में नजर आईं हेमा मालिनी

मथुरा से सांसद बनने के बाद वह यहां अलग-अलग रंग में नजर आईं। यहां वह चुनाव के दौरान कभी खेतों में गेहूं काटती नजर आईं, तो कभी हाथ में कमल का फूल लेकर वोट मांगते दिखीं। हेमा मालिनी ने एक रैली के दौरान ट्रैक्टर की भी सवारी की तो भगवान कृष्ण की भक्ति के लिए गोपी भी बनीं। उन्होंने यहां भगवान की आराधना करने के लिए भजन भी गाए तो उनको प्रसन्न करने के लिए महारास भी किया।

सवाल : जीवन का 75 वर्ष लंबा समय है, ऐसा कोई पल जो सबसे ज्यादा याद हो?

जवाब: हर समय हर पल को एंजॉय किया है। क्योंकि एक समय तक अभिनेत्री बनकर रही और वो नाम छाप अभी तक चल रहा है। साथ में किया नृत्य को अभी तक नहीं छोड़ सकी। उसके बाद एक समय आया और मैं राजनीति में हूं। ये सब मिलकर इतने साल गुजर गए, पता ही नहीं चला।