भोपाल । राजस्थान-गुजरात से लगातार आ रही गर्म हवाओं से राजधानी सहित पूरे मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज गर्म बना हुआ था। विशेषकर पश्चिमी मध्यप्रदेश के कुछ जिलो में चार दिन से लू के हालत बने हुए हैं। अफगानिस्तान सहित अलग-अलग स्थानों पर बने तीन वेदर‍ सिस्टम के असर से हवाओं का रूख बदलने लगा है।

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक हवाओं का रुख बदलने से राजधानी सहित पूरे मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलने के आसार है। उधर शनिवार को राजधानी भोपाल का न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। शनिवार को मध्य प्रदेश में सबसे कम 17 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला एवं धार में रिकार्ड किया गया।

शनिवार को राजधानी का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से नीचे लुढ़कने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला के अनुसार, वर्तमान में अफगानिस्तान और उससे लगे पाकिस्तान के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इसके असर से मध्य पाकिस्तान एवं उससे लगे राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। विदर्म पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन तीन वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से हवा का रूख दक्षिण-पूर्वी होने लगा है, जिसके चलते अब अधिकतम तापमान में कमी दर्ज होने के आसार हैं।

इन तीन वेदर सिस्टम के प्रभाव से रविवार-सोमवार को जम्मू-कश्मीर, पंजाब में बारिश होने की भी संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा के अनुसार, शुक्रवार को मप्र के छह जिलों नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम और उज्‍जैन में पारा 40 डिग्री सेल्‍सियस से ऊपर रहा।

बीते चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश में खरगोन सबसे ज्‍यादा गर्म रहा, जहां अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्‍सियस तक पहुंच गया। शनिवार को राजधानी भोपाल का न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही यह शुक्रवार के न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 2.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। शुक्रवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 38.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक रहा था।