भोपाल । राजधानी भोपाल सहित समूचे मप्र में निरोगी काया अभियान अब 15 की जगह 25 अगस्त से शुरू होगा। इस अभियान के तहत गैर संचारी रोग जैसे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, कैंसर आदि बीमारियों के मरीजों की पहचान की जाएगी। यह अभियान 30 सितंबर तक चलेगा। गंभीर मरीजों को मेडिकल कॉलेज भेजकर इलाज कराया जाएगा।
भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि पहले यह अभियान 15 अगस्त से शुरू किया जाना था, लेकिन आशा कार्यकर्ता और एएनएम टीकाकरण में व्यस्त हैं। कुछ त्यौहार भी इस बीच पड़ रहे हैं। इस कारण अभियान को दस दिन टाल दिया गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 में भी प्रदेश भर में इस तरह का सर्वे किया गया था। इसमें बड़ी संख्या इन बीमारियों के नए मरीजों की पहचान की गई थी। इसके बाद उचित अस्पतालों में इनका इलाज कराया गया था। पिछले साल कोरोना संक्रमण की वजह से यह सर्वे नहीं हो पाया। एक दिक्कत यह भी रही कि मरीज भी पिछले साल जांच व इलाज के लिए अस्पताल नहीं पहुंचे। लिहाजा इस साल सर्वे को अहम माना जा रहा है। उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ता और एएनएम घर-घर जाकर लक्षणों के आधार मरीजों की पहचान करेंगी। लोगों के बीपी और शुगर की जांच भी मौके पर ही की जाएगी। इसके बाद पॉजिटिव मिले मरीजों को इलाज के लिए नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भेजा जाएगा। यहां पर इलाज की सुविधा नहीं होने पर मरीजों को जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाएगा।