आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : वर्ल्ड कप के फाइनल में टीम इंडिया की हार पर कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि ‘हमने 20 से 30 रन कम बनाए। आज हमारा दिन नहीं था और हमने अच्छी बैटिंग नहीं की।’ रोहित ने हेड-लाबुशेन की शतकीय साझेदारी को ऑस्ट्रेलिया की जीत का श्रेय दिया।

उन्होंने कहा- ‘हेड-लाबुशेन की पार्टनरशिप ने मैच को हमसे दूर किया। दोनों की साझेदारी ने हमें खेल से पूरी तरह बाहर कर दिया।’ मैच के बाद भारतीय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने कहा- ‘हमने गलत टाइम पर विकेट गंवाए। पहले रोहित, फिर विराट और लास्ट में राहुल बहुत गलत टाइम पर आउट हो गए। बाद में छठे बॉलर की कमी महसूस हुई।’

अहमदाबाद में रविवार को फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 6 विकेट से हराया।

फाइनल के बाद दोनों कप्तान की बात-

रोहित बोले- दूसरी पारी में पिच आसान हुई

आज हमारा दिन नहीं था, लेकिन गेम-1 से जैसा हमने खेला, टीम की परफॉर्मेंस से खुश हूं। राहुल और विराट जब बैटिंग कर रहे थे, तब हमें लगा कि 270 तक का स्कोर ठीक रहेगा। पारी खत्म होने के बाद लगा कि हमने 20 से 30 रन कम बनाए। हम जितनी कोशिश कर सकते थे, उतनी कोशिश की। पिच भी दूसरी पारी में बैटिंग के लिए आसान हो गई। हमें पता था कि पिच दूसरी पारी में अच्छी हो जाएगी, लेकिन हमने बैटिंग में निराश किया।

कमिंस बोले- हमने हमारा बेस्ट फाइनल के लिए बचा रखा था

कमिंस बोले- ‘हमने हमारा बेस्ट लास्ट मैच के लिए बचा कर रखा। हमने पूरे टूर्नामेंट में पहले बैटिंग की, आज सोचा कि दूसरी पारी में बैटिंग आसान होगी। पिच बहुत स्लो थी, हमने जितनी स्पिन सोची थी, उतनी स्पिन हुई नहीं। इस तरह के स्लो विकेट पर स्लोअर बॉल और बाउंसर का ही इस्तेमाल सही रहता है।

हम 300 के अंदर टीम को रोकना चाहते थे, 240 पर रोक कर हम खुश थे। मेडिकल टीम और सिलेक्टर्स के कारण ट्रैविस हेड खेल पाए। क्राउड शानदार था, भारत में क्रिकेट देखने का पैशन बेहतरीन है। ओपनर्स ने बेहतरीन परफॉर्म किया, शुरुआती 2 मैच हारने के बाद ट्रॉफी जीतना मुझे लम्बे समय तक याद रहेगा।’

फाइनल में हम अपना बेस्ट गेम नहीं खेल सके : द्रविड़

भारतीय टीम के चीफ कोच राहुल द्रविड़ ने कहा- ‘हमारा दिन खराब रहा। टीम के ओवरऑल प्रदर्शन से खुश हूं। इस पूरे टूर्नामेंट में जिस तरह का क्रिकेट हमने खेला, टीम ने सब को प्राउड फील कराया। फाइनल में हम अपना बेस्ट गेम नहीं खेल सके। पिछले 2 साल में जिन प्लेयर्स के साथ मैंने काम किया, उनके प्रदर्शन से बहुत स्पेशल महसूस किया।

ऑस्ट्रेलिया अच्छी टीम है, वो 8 लगातार जीत के साथ फाइनल खेलने पहुंचे। ड्रेसिंग रूम में निराशा है, प्लेयर्स और सपोर्ट स्टाफ निराश है। कुछ टाइम बाद जब इस परफॉर्मेंस पर नजर डालेंगे, तो टूर्नामेंट में खुद के प्रदर्शन से खुश ही होंगे। द्रविड़ की मुख्य बातें…

2027 वर्ल्ड कप के बारे में नहीं सोच रहा 2027 वर्ल्ड कप के बारे में अभी नहीं सोच रहा। उसके लिए बहुत ज्यादा टाइम है। मुझे लगा हमने 30 से 40 रन कम बनाए। दोपहर में गेंद बहुत रुक कर आ रही थी। दूसरी पारी में इतनी ज्यादा ओस नहीं थी, लेकिन बैटिंग आसान हो गई थी।

240 बहुत कम स्कोर 260-70 से ज्यादा रन होते तो गेम अलग होता। 240 बहुत ज्यादा कम स्कोर है। ट्रैविस हेड और लाबुशेन ने अच्छी बैटिंग की। हेड को शुरुआत में दिक्कत हुई, लेकिन शुरुआती फेज निकलने के बाद उनकी बैटिंग से गेम हमसे दूर हो गया।

छठे बॉलर की कमी खली हम पॉजिटिव होकर अटैकिंग क्रिकेट खेलना चाहते थे। रोहित ने उस टेंपो को सेट किया। टूर्नामेंट की शुरुआत में ही हार्दिक इंजर्ड होकर चले गए, लेकिन उनके जाने से परफॉर्मेंस पर ज्यादा असर नहीं हुआ। फाइनल में जरूर हमें छठे बॉलर की कमी महसूस हुई, लेकिन ऑस्ट्रेलिया को शुभकामनाएं, उन्होंने बेहतर क्रिकेट खेला।