सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क – आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: गाजा में इजराइली बंधकों के शव मिलने के बाद हमास ने इजराइल को कड़ी चेतावनी दी है। हमास ने कहा है कि अगर इजराइल की सेना ने उनपर दबाव बनाना बंद नहीं किया तो वे बंधकों को ताबूतों में रखकर इजराइल भेज देंगे। कासिम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबु उबैदा ने अलजजीरा से बातचीत में कहा कि अगर इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू बिना समझौते के सैन्य दबाव बनाकर बंधकों को छुड़ाने की कोशिश करेंगे, तो हम उन्हें ताबूत में रखकर लौटाएंगे। अब फैसला परिजनों के हाथ में है कि वे बंधकों को जिंदा वापस चाहते हैं या उनके शव।

इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास की सुरंगों में मिले 6 बंधकों के शवों पर बयान देते हुए कहा कि इन बंधकों को पीछे से सिर पर गोली मारी गई थी। उन्होंने बंधकों को जीवित वापस लाने में विफल होने पर देश से माफी मांगी और कहा कि हमास को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी। दूसरी ओर, हमास ने दावा किया है कि बंधकों की मौत इजराइल की एयरस्ट्राइक में हुई थी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी नेतन्याहू पर बंधकों को छुड़वाने के लिए पर्याप्त कोशिश नहीं करने का आरोप लगाया है।

31 अगस्त को इजराइल को गाजा में हमास की सुरंगों से 6 बंधकों के शव मिले थे। इजराइली सेना IDF ने बताया कि सैनिकों के वहां पहुंचने से कुछ समय पहले ही हमास ने इन बंधकों को बर्बरता के साथ मार डाला था। IDF के अनुसार, हमास ने इजराइल के कुल 251 नागरिकों को बंधक बनाया था, जिनमें से 97 अब भी हमास की कैद में हैं। करीब 33 बंधकों की मौत हो चुकी है, जबकि 105 बंधकों को पिछले साल नवंबर में हुए सीजफायर में रिहा कर दिया गया था।

बंधकों के शव मिलने के बाद 1 सितंबर को इजराइल में जबरदस्त प्रदर्शन हुआ। राजधानी तेल अवीव सहित अन्य शहरों में करीब 5 लाख लोगों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मारे गए छह बंधकों के प्रतीक के तौर पर 6 ताबूत रखे और प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर बंधकों की रिहाई के लिए ठोस कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि नेतन्याहू अगर जंग रोकने का समझौता कर लेते तो बंधकों को छुड़ाया जा सकता था।