सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय का 12वां दीक्षांत समारोह परम्परागत गरिमा और उत्साह के साथ विश्वविद्यालय के दीक्षांत प्रांगण में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कुलाधिपति और मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने 26 छात्रों को शोध उपाधि, 32 उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पदक और 01 विद्यार्थी को नानाजी मेडल प्रदान किया। समारोह के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने दीक्षांत उद्बोधन दिया।
कुलगुरू भरत मिश्रा ने स्वागत उद्बोधन एवं प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने उपाधि धारकों को दीक्षांत शपथ भी दिलाई। दीक्षांत शोभायात्रा का नेतृत्व कुलसचिव नीरजा नामदेव ने किया। समारोह में उपाधि एवं मेडल पाने वाले विद्यार्थी, उनके अभिभावक, प्रशासनिक अधिकारी और शिक्षक मौजूद रहे।
राज्यपाल का संदेश
कुलाधिपति मंगुभाई पटेल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “आपको ऐसे कार्य करने चाहिए जिससे समाज या राष्ट्र का अहित न हो। समृद्धि और सफलता के शिखर पर पहुंचकर अपने माता-पिता, समाज और देश को कभी न भूलें।”
उच्च शिक्षा मंत्री की बात
उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि भारतीयता और भारतीय मूल्य उच्च शिक्षा के मूल में रहना चाहिए। उन्होंने छात्रों को नानाजी के आदर्शों को अपने साथ ले जाने का आग्रह किया।
कुलगुरू का अभिवादन
कुलगुरू प्रो0 भरत मिश्रा ने प्रगति प्रतिवेदन में विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का समापन
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने महात्मा गांधी और नानाजी देशमुख की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। समारोह में कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे।
यह समारोह न केवल छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर था, बल्कि यह विश्वविद्यालय की शैक्षिक यात्रा के प्रति सभी का समर्पण भी दर्शाता है।
#ग्रामोदय_विश्वविद्यालय #दीक्षांत_समारोह #उच्च_शिक्षा #छात्रों_की_उपाधि #शिक्षा