भोपाल । राजधानी में स्थित अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय ने शनिवार को अपना दसवां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर विवि ने अपना द्वितीय दीक्षा समारोह का भी आयोजन किया गया। मुगालिया कोट, सूखी सेवनिया स्थित विवि परिसर में कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलाधिपति व राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने की। वहीं मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव थे। दीक्षा कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर भोपाल सांसद प्रज्ञासिंह ठाकुर, हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा, डा. बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर केंद्रीय विवि लखनऊ के कुलपति डा. प्रकाश बरतूनिया भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के 670 विधार्थियों को उपाधि प्रदान की गई। उपाधि पाकर विद्यार्थी बेहद खुश और उत्साहित नजर आए। उपाधि पाने वाले विधार्थियों को दीक्षा भी दिलाई गई। कार्यक्रम में केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपति प्रकाश बरतूनिया ने कहा कि इस विश्वविद्यालय से मैं शुरू से जुड़ा हुआ हूं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि उपाधि लेने के बाद अब आपकी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। अब आपके ऊपर देश और समाज की भी जिम्मेदारी है। हिंदी विश्वविद्यालय में भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने दौरान अपने संबोधन के दौरान विद्यार्थियों द्वारा जूते पहनकर और हाथ आगे ना कर दीक्षा लेने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि ये हमारे संस्कार नहीं। संस्कारों का पालन नहीं किया गया। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने अपने संबोधन के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की जयंती पर उन्हें याद किया और कहा कि अटलजी बहुत ही विनम्र थे। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आपको अटलजी की किताबें पढऩी चाहिए।