मुंबई । वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) द्वार जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2022 की पहली तिमाही में देश में सोने की मांग 18 प्रतिशत घटकर 135.5 टन रह गई। डब्ल्यूजीसी ने कहा कि मुख्य रूप से कीमतें बढ़ने से मांग में गिरावट आई है। वर्ष 2021 के पहले तीन महीनों में सोने की मांग 165.8 टन थी। रिपोर्ट में कहा गया कि कीमत के लिहाज से जनवरी-मार्च में सोने की मांग 12 फीसदी घटकर 61,550 करोड़ रुपए रह गई।
एक साल पहले की इसी अवधि में यह आंकड़ा 69,720 करोड़ रुपए था। डब्ल्यूजीसी के क्षेत्रीय सीईओ (भारत) सोमसुंदरम पीआर का कहना है कि जनवरी में सोने की कीमतें बढ़ने लगीं और कीमती धातु इस साल की पहली तिमाही में आठ प्रतिशत बढ़कर 45,434 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गई। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान देश में आभूषणों की कुल मांग 26 प्रतिशत गिरकर 94.2 टन रह गई, जो पिछले साल की इसी अवधि में 126.5 टन थी।
इस दौरान मूल्य के लिहाज से आभूषणों की मांग में 20 प्रतिशत की गिरावट आई है। रिपोर्ट में कहा गया कि मार्च तिमाही में सोने की वैश्विक मांग 34 प्रतिशत बढ़कर 1,234 टन हो गई। भूराजनीतिक और आर्थिक अनिश्चितता के बीच निवेशकों ने सुरक्षित निवेश की ओर रुख किया। वर्ष 2021 की पहली तिमाही के दौरान वैश्विक स्तर पर सोने की मांग 919.1 टन थी।