नई दिल्ली । उन्नाव जिले में जिंदा जलाकर मारी गई गैंगरेप पीडिता की बहन को अचलगंज नगर पंचायत में चतुर्थ श्रेणी पद पर नौकरी मिली है। घटना के बाद सरकार ने परिवार के एक सदस्य को नौकरी का आश्वासन दिया था। बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव में पांच दिसंबर 2019 को रेप पीडि़ता को जिंदा जला दिया गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इस मामले में परिजनों ने गांव के पांच लोगों को नामजद किया था, जो जेल में हैं। इस घटना ने राष्ट्रीय स्तर तक सुर्खियां बटोरी थीं। परिजनों की मांग पर सरकार ने पीड़ित परिवार को आवास व पीड़िता की बहन को सरकारी नौकरी का आश्वासन दिया था। डेढ़ साल बाद पीड़िता की बहन को ज्वाइनिंग दी जा सकी। डीएम रवींद्र कुमार ने बताया कि नगर पंचायत अचलगंज में नियुक्ति दी गई है। गैंगरेप पीड़िता के जिंदा जलाए जाने की घटना के नौ महीने बाद 2 अक्तूबर 2020 को उसका छह वर्षीय भतीजा रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था। इसकी छानबीन दूसरे राज्यों तक की गी लेकिन जांच में जुटी पुलिस टीमें बच्चे का पता लगाने में विफल रहीं। अभी तक बच्चे का पता नहीं चला है। भतीजे के अपहरण के बाद पीडि़ता की बहन की नौकरी के मामले ने तूल पकडा था। तब एसडीएम व अन्य अफसरों ने उसके दस्तावेज लेकर जल्द से जल्द नौकरी दिलवाने की बात कही थी।