आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : नीरज मिश्रा की फिल्म ‘समानांतर’ को बेस्ट मैथिली फिल्म का नेशनल अवॉर्ड मिला है। बिहार की पृष्ठभूमि से निकल कर सिनेमाई जगत का इतना प्रतिष्ठित पुरस्कार पाना अपने आप में नीरज की सफलता बयां करता है। नीरज ने बागी-2 जैसी फिल्म की कहानी लिखी है, इसके बावजूद उन्हें वो पहचान नहीं मिली, जिसके वो हकदार थे।

नीरज ने कहा कि जब वो समानांतर बना रहे थे, उनके पास पैसे नहीं थे। थोड़ी मदद मिल जाए, इसके लिए वो बिहार सरकार तक भी पहुंचे थे। हालांकि उन्हें वहां से निराशा हाथ लगी। इसके बाद उन्होंने खुद के पैसों से फिल्म बनाई।

नीरज ने कहा कि जिस दिन वो पहली बार मुंबई आए, उसी दिन उनकी मुलाकात अमिताभ बच्चन से हुई थी। नीरज उस वक्त KBC की प्रोडक्शन टीम में काम करते थे। बिग बी को सामने देखना नीरज के लिए कभी न भूलने वाला पल था। बिग बी ने नीरज की फिल्म का टीजर भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया था।

नीरज को बागी-2 में लेखन की जिम्मेदारी कैसे मिली, इसके पीछे की कहानी भी बहुत दिलचस्प है। वे साजिद नाडियाडवाला के ऑफिस से खाली हाथ लौट चुके थे। फिर एक हफ्ते बाद उन्हें दोबारा बुलाया गया। नीरज ने मेकर्स के सामने एक स्टोरी का आइडिया रखा, जो सबको काफी पसंद आया। इसके बाद वो बतौर राइटर फिल्म में शामिल हुए।

नीरज ने कहा कि वो सुशांत सिंह राजपूत के साथ भी एक फिल्म बनाने वाले थे, हालांकि इसके पहले ही उनके साथ अनहोनी हो गई।

अमिताभ को देख कर बड़े हुए, उनके साथ पहली बार में ही काम करने का मौका मिला

नीरज मिश्रा ने अमिताभ बच्चन के साथ मिलने का किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा, ‘डायरेक्शन या फिल्म मेकिंग करना मेरी चॉइस नहीं थी। मैं तो बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगा रहता था। एग्जाम तो निकल जाते थे, लेकिन इंटरव्यू में पिछड़ जाता था। जिंदगी में बिल्कुल निराशा हो गई थी। तभी कुछ ऐसा हुआ, जिससे सब कुछ बदल गया।

मेरे एक दोस्त अंशुमान पांडे पहले से फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय थे। उन्होंने सिद्धार्थ बसु की टीम को जॉइन किया था। सिद्धार्थ बसु वो शख्स हैं, जो KBC सहित कई क्विज शो का कॉन्सेप्ट लाए थे। मैं भी उनके साथ जुड़ गया। उन्होंने मुझे 25 सवाल तैयार करने का एक टास्क दिया।

चूंकि मैं परीक्षाओं की तैयारी करता था, इसलिए मुझे हर विषय की अच्छी जानकारी थी। मेरे सारे सवाल सिद्धार्थ बसु को काफी पसंद आए। उन्होंने मुझे मुंबई बुला लिया। यह बहुत बड़ी बात है कि मुंबई में अपने पहले ही दिन मैं बच्चन साहब से मिल गया।

बच्चन साहब को सामने से देखना मेरे लिए किसी मैजिक से कम नहीं था। मैं काफी सारे स्टार्स से मिला हूं, लेकिन जो औरा अमिताभ बच्चन का है, वो शायद किसी का नहीं है।’