टोक्यो । फ्रांस के सुपर हेवीवेट मुक्केबाज मुराद अलीव टोक्यो ओलंपिक में डिस्क्वालीफाई’ (अयोग्य) करार दिये जाने के विरोध में रिंग में बैठ गये। मुराद को यहां क्वार्टरफाइनल में जानबूझकर ‘हेड बट’ (सिर से प्रहार) करने के कारण अयोग्य करार दिया गया जिससे विरोध में यह मुक्केबाज रिंग में ही धरने पर बैठ गया। मुराद को दूसरे राउंड के खत्म होने के चार सेकेंड पहले ही रैफरी एंडी मुस्टाचियो ने अयोग्य करार दिया। रैफरी के अनुसार अलीव ने जानबूझकर अपने सिर से अपने विरोधी ब्रिटिश मुक्केबाज फ्रेजर क्लार्क पर प्रहार किया था। इससे क्लार्क के दोनों आंखों के पास चोट लग गयी। इस मुकाबले का फैसला आने के बाद अलीव रिंग की रस्सियों के बाहर सीढ़ियों के करीब ही बैठ गये। वह वहां से नहीं उठे, जिसके बाद फ्रांस टीम के अधिकारी उन्हें समझाते नजर आये।
आधे घंटे के बाद मुक्केबाजी अधिकारी आये और उन्होंने अलीव और फ्रांस की टीम से बात की। अलीव फिर वहां से चले गये और अन्स सभी कोकुगिकान एरीना के अंदर चले गये। लेकिन करीब 15 मिनट बाद अलीव फिर एरीना लौटे और उन्होंने वहां बैठकर उसी तरह विरोध शुरू कर दिया। प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज क्लार्क ने भी उन्हें शांत करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने नहीं मानी। अलीव इस करीबी मुकाबले का पहला राउंड 3-2 से जीत गये थे।
वहीं पदक जीतने वाले क्लार्क ने कहा कि यह फैसला निष्पक्ष था। क्लार्क ने कहा, ‘‘मुझे लगा कि उसने दो बार सिर मारा था। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह जानबूझकर मारा गया था या नहीं, मैं इसके बारे में कुछ नहीं कह सकता हूं। मैंने मुकाबले के बाद अलीव को शांत होने को कहा था।’’