कोरबा एकता परिषद द्वारा बृहद रूप से वनाधिकार कानून के क्रियान्वयन के संबंध में लोगों को जागरूक करते हुए उनके हक अधिकार के लिए वन अधिकार कानून का दावा शिविर आयोजन एकता परिषद जिला कोरबा के द्वारा किया गया।
यह कार्यक्रम ग्राम पंचायत भवन पोडी खुर्द विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा के लगभग 6 गांव के आदिवासियों एवं अन्य परंपरागत वन निवासी के साथ आयोजित किया गया एकता परिषद विगत कई वर्षों से जल जंगल जमीन के अधिकार के लिए लोगों को जागरूक करने का काम गांव में जाकर कर रही है एकता परिषद के साथियों के द्वारा और वरिष्ठ साथियों के मार्गदर्शन से यह काम दावा शिविर का किया गया।
ताकि लोगों को उनके हक अधिकार जो वर्षों से काबिज वन भूमि, राजस्व भूमि में काबिज है उनको अधिकार प्राप्त हो सके इस काम को एकता परिषद विगत कई वर्षों से सेवा भाव के रूप में कर रही है ताकि जो कानून है वनाधिकार का उसका किया नाम सही रूप से किया जा सके इस कार्यक्रम में ग्राम पंचायत पोड़ीखुर्द के सरपंच मनेंद्र सिंह सचिव जनीराम एवं वन अधिकार समिति के अध्यक्ष सरवन उपस्थित रहे। इस दवा शिविर में लगभग 112 दावा तैयार किया गया और लोगों को बताया गया कि इस कानून के अंतर्गत 1 एकड़ से लेकर 10 एकड़ तक पात्रता है जबकि पूर्व में दिए गए जमीन के आधार पर किसी को 10 डिसमिल किसी को 50 डिसमिल जमीन मिला है। इसलिए सामाजिक कार्यकर्ताओं का उत्तरदायित्व बन जाता है की कानून का क्रियान्वयन सही ढंग से हो पाए और जो जमीन आदिवासी काबिज किए हैं। उनका पूरा पूरा जमीन उनको अधिकार पत्र मिले इसलिए एकता परिषद बृहद रूप से वन अधिकार कानून के अंतर्गत दावा शिविर का आयोजन किया जिसके परिणाम स्वरुप इतने दावे ग्राम पंचायत पोड़ीखुर्द में लगे है। दावा शिविर को सफल बनाने के लिए एकता परिषद के कार्यकर्ता और गांव के वरिष्ठ नागरिक लल्लू सिंह तवर, इद्रा यादव, करम पाल चौहान, ब्रीजलाल मार्को, राम सिंह उईके और एकता परिषद प्रदेश सयोजक मुरली दास संत उपस्थित रहे। विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा व वि.ख. कोरबा के आने वाले ग्राम पंचायत मे अगस्त से सितंबर तक कई ग्राम पंचायतों में इस प्रकार का आयोजन दावा शिविर कार्यक्रम किया जाएगा जिसमें जल्के पंचायत के तेंदू टिकरा, गांव कापानवपारा, और पसान क्षेत्र में भी दावा शिविर आयोजित करने का कार्यक्रम सुनिश्चित किया गया है।