सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल :वन अधिकार अधिनियम 2006 के संबंध में संभाग स्तर पर आयोजित कार्यशालाओं में जनजातीय कार्य विभाग मंत्री कुंवर विजय शाह सम्मिलित हुए। मंत्री शाह ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि अनुसूचित जनजाति एवं अन्य परंपरागत वर्ग वन निवासियों का स्वयं का आज़ादी से लेकर अभी तक गौरवपूर्ण इतिहास है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जनजाति समूह के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सरकार सम्मानित कर रही है तथा उनके स्थलों को संरक्षित एवं विकसित कर रही है।
कार्यशाला में प्रतिभागियों को वन अधिकार अधिनियम के महत्वपूर्ण प्रावधान, सामुदायिक वन संरक्षण एवं प्रबंधन के अधिकारों के साथ-साथ वन ग्रामों की विशेष समस्याओं और उनके समाधान हेतु जिला स्तर पर वन अधिकार समिति की बैठकों के आयोजन की आवश्यकता पर बल दिया गया।
मंत्री शाह ने कहा कि आगामी माह से वे स्वयं मध्यप्रदेश के 20 आदिवासी बहुल जिलों का दौरा कर कार्यशालाओं में उपस्थित होंगे और समाज को वन अधिकार अधिनियम के तहत दिए गए प्रावधानों से जागरूक करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सभी जिलों में प्रतिमाह वन अधिकार समिति की बैठक आयोजित की जाए तथा दावे और आपत्तियों का समय पर निराकरण सुनिश्चित किया जाए। सामुदायिक वन अधिकार/सामुदायिक वन संसाधन के संरक्षण एवं प्रबंधन की प्रक्रिया में आने वाली सामान्य त्रुटियों और उनके समाधान सुनिश्चित किए जाएं। साथ ही वन ग्रामों की विशेष समस्याओं का समाधान भी वन अधिकार कानून के अंतर्गत किया जाए, यह व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
इस अवसर पर कार्यशाला में संचालक जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना वंदना वैद्ध, उपायुक्त विकास भोपाल संभाग विनोद यादव, वाय गिरी राव बसंधुरा, शरद लेले एटीआरईई संस्था, मिलिंद थत्ते टीईईआर संस्था सहित मध्यप्रदेश के भोपाल एवं नर्मदापुरम संभाग के जिलों के जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

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