सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह के मार्गदर्शन में संस्थान ने राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी द्वारा आयोजित एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम की मेजबानी की। इस कार्यक्रम के तहत मालदीव के माननीय न्यायाधीशों को एम्स भोपाल के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग द्वारा किए जा रहे अग्रणी कार्यों के बारे में प्रशिक्षण प्रदान किया गया। फॉरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी विभाग की प्रोफेसर जयंती यादव और एसोसिएट प्रोफेसर निरंजन साहू ने विभाग की कार्यप्रणाली और उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी। माननीय न्यायाधीशों ने न्याय चिकित्सा के क्षेत्र में विभाग की उत्कृष्टता और योगदान की सराहना की।

इस कार्यक्रम के महत्व को रेखांकित करते हुए निदेशक सिंह ने कहा: “यह कार्यक्रम एम्स भोपाल की फॉरेंसिक मेडिसिन में विशेषज्ञता और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मालदीव के न्यायाधीशों को प्रशिक्षण देना भारत और मालदीव के बीच ज्ञान और कौशल के आदान-प्रदान में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न्याय और फॉरेंसिक चिकित्सा के क्षेत्र में मजबूत सहयोग की नींव रखेगा।” इस दौरे पर आए प्रतिनिधिमंडल ने एम्स भोपाल की प्रमुख सुविधाओं जैसे मर्चुरी, फॉरेंसिक रेडियोलॉजी यूनिट, पोस्टमार्टम माइक्रोबायोलॉजी, फॉरेंसिक हिस्टोपैथोलॉजी और फॉरेंसिक टॉक्सिकोलॉजी लैब का दौरा किया। उन्हें इन इकाइयों के संचालन और योगदान के व्यावहारिक दृष्टिकोण से अवगत कराया गया। उत्तराखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और फोरेंसिक मेडिसिन एवं टॉक्सिकोलॉजी विभाग के अतिरिक्त प्रोफेसर अतुल एस. केचे की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम की गरिमा को और भी बढ़ाया। विभाग के रेजिडेंट डॉक्टरों ने मालदीव के न्यायाधीशों को एम्स भोपाल में अपनाई जाने वाली प्रक्रियाओं और कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दी।

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