सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : हरियाणा में विदेश से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर भारत लौटे छात्रों को इंटर्नशिप करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि इन छात्रों को इंटर्नशिप के लिए मेडिकल कॉलेजों और सरकारी अस्पतालों में सीटें मुहैया नहीं करवाई गई हैं।
जिसके चलते 150 से ज्यादा छात्रों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। इस परेशानी को देखते हुए अब हरियाणा मेडिकल काउंसिल (एचएमसी) ने इस समस्या का हल निकाल लिया है। इसको लेकर काउंसिल ने फैसला लिया कि अब हरियाणा मेडिकल काउंसिल स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशक को पत्र लिखकर इन छात्रों को मेडिकल कॉलेजों और सरकारी अस्पतालों में सीटें मुहैया करवाने और जल्द से जल्द इंटर्नशिप करवाने का अनुरोध करेगी।
कमेटी में ये लिए गए फैसले
कमेटी ने निर्णय लिया है कि इस संबंध में डीजीएचएस को पुन पत्र लिखकर उनसे आग्रह किया जाएगा कि वे जल्द से जल्द सभी सरकारी अस्पतालों में एमबीबीएस छात्रों के इंटर्नशिप की सीटों का ब्यौरा काउंसिल की उपलब्ध करवाएं। यदि छात्रों की इंटर्नशिप छात्रवृत्ति का मामला आता है तो उस संबंध में डीजीएचएस कार्यालय अपनी कार्रवाई जारी रखें।
जैसे ही अनुमति मिलती है तो छात्रों को छात्रवृत्ति दे दी जाए। ऐसा करने से छात्रों का न केवल समय बचेगा बल्कि वे समय रहते अपना कोर्स एनएमसी (नेशनल मेडिकल काउंसिल) की गाइडलाइन अनुसार पूरा कर सकें।
सरकार ने इसलिए बनाई है कमेटी
दरअसल, सरकार की तरफ से एमबीबीएस के छात्रों को इंटर्नशिप सीट अलॉट करने के लिए कमेटी गठित की हुई है। इस कमेटी के चेयरमैन एसएमसी के अध्यक्ष डॉ. आरके अनेजा हैं। कमेटी में प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डायरेक्टर बतौर सदस्य शामिल होते हैं। जो बच्चों के हितों को देखते हुए सीटें अलॉट करने के संबंध में निर्णय लेते हैं।
इसलिए इन छात्रों का इंटर्नशिप करने में आ रही दिक्कत
जिन छात्रों को अभी तक इंटर्नशिप के लिए सीट नहीं मिली है, दरअसल ये वे छात्र हैं, जिन्होंने जनवरी 2024 और जून 2024 में एफएमजीई (फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जाम) पास किया था और इंटर्नशिप सीट के लिए एमएससी के पास आवेदन किया था। परंतु सीटें कम होने के कारण इन छात्रों का नाम मेरिट लिस्ट में नहीं आ पाया। जिसके चलते वे छात्र सीट उपलब्ध करवाने की मांग कर रहे हैं।
डीजीएचएस ने नहीं दिया जवाब
छात्रों की इस मांग को लेकर हरियाणा मेडिकल काउंसिल पहले से अलर्ट है। काउंसिल ने जुलाई 2024 में डीजीएचएस कार्यालय को सिविल अस्पतालों में उपलब्ध इंटर्नशिप सीटों का ब्यौरा देने के लिए पत्र लिखा था। मगर उसका जवाब न मिलने के कारण इन छात्रों को इंटर्नशिप के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
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