सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : बेंगलुरु स्थित फिशर इंडिया ने अपने नवीनतम उत्पादों के साथ स्ट्रक्चरल रेट्रोफिटिंग और मौजूदा इमारतों को मजबूत करने के लिए टिकाऊ और उन्नत समाधान पेश किए हैं। कंपनी के प्रबंध निदेशक मयंक कालरा ने बताया कि हमारी नई तकनीकें जैसे कार्बन फाइबर रिइन्फोर्स्ड पॉलिमर्स (CFRP) और कार्बन फाइबर फैब्रिक्स (CF) न केवल संरचनात्मक मजबूती देती हैं, बल्कि ये वैश्विक मानकों पर भी खरी उतरती हैं।
फिशर के इनोवेटिव सिस्टम में पोस्ट-इंस्टॉल्ड रीबार कनेक्शन, कंक्रीट ओवरले और ब्रिज कैप एंकरिंग जैसे समाधान शामिल हैं। FIS EM Plus, FIS RC II और FCC-B जैसे इंजेक्शन मोर्टार्स के माध्यम से अब पुलों और इमारतों की उम्र को 100 वर्षों तक बढ़ाया जा सकता है। ये तकनीकें -10°C से 40°C तक के तापमान में भी कार्य कर सकती हैं।
यह तकनीकें न केवल इमारतों की सेवा-आयु बढ़ाने में सहायक हैं, बल्कि शहरी विकास और पुनर्संरचना के लिए भी अत्यंत उपयोगी हैं। इनके माध्यम से पुराने निर्माणों को नए जीवन के साथ टिकाऊ बनाया जा सकता है।
फिशर इंडिया का उद्देश्य स्पष्ट है – भविष्य के लिए टिकाऊ, सुरक्षित और तकनीकी रूप से उन्नत रेट्रोफिटिंग समाधान उपलब्ध कराना।