चंडीगढ़ । पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बयान उन दावों पर पानी फेर देते हैं जो कांग्रेस पार्टी करती है। सिद्धू ने पार्टी के भीतर अपने विरोधियों पर परोक्ष हमला करते हुए बिना किसी का नाम लिए कहा कि उन्होंने पहले दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की साजिशों का सामना किया था और अब एक अन्य उनके खिलाफ साजिश रचने की कोशिश कर रहे हैं। सिद्धू ने अपने समर्थकों के नारेबाजी के बीच कहा कि कई ऐसे हैं जो मेरे खिलाफ साजिश रच रहे हैं। अतीत में दो मुख्यमंत्रियों ने मुझे खत्म करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने सत्ता खो दी। अब दूसरा वही कर रहा है लेकिन वह भी गायब हो जाएगा।
उन्होंने बेअदबी की घटनाओं में शामिल लोगों को कड़ी से कड़ी सजा देने का समर्थन किया। सिद्धू ने कहा कि विभाजनकारी ताकतें राज्य में तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही हैं क्योंकि चुनाव नजदीक हैं। मैं सभी से सतर्क रहने का अनुरोध करता हूं। केवल उन्हें चुनें जो वास्तव में राज्य की सेवा करना चाहते हैं। किसी भी पवित्र ग्रंथ की बेअदबी असहनीय है और इसमें शामिल लोगों को फांसी दी जानी चाहिए। उन्होंने दोहराया कि 2022 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पंजाब में शहरी श्रम रोजगार मिशन के तहत मजदूरों को कम से कम 350 रुपए प्रतिदिन मिलेंगे। सिद्धू ने पुलिस से प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए किसी भी बल का प्रयोग नहीं करने को कहा, जिन्होंने बार-बार उनका भाषण बाधित किया। प्रदर्शनकारियों में बेरोजगार और जमीन प्रपति संघर्ष समिति के सदस्य शामिल थे।
इस बीच पूर्व पुलिस महानिदेशक मोहम्मद मुस्तफा, जो पीसीसी प्रमुख के प्रमुख रणनीतिक सलाहकार हैं, ने कहा कि सिद्धू को पीसीसी प्रमुख की कुर्सी की जरूरत नहीं है, लेकिन कांग्रेस को सिद्धू की जरूरत हैजब सिद्धू चुनाव लड़ रहे हैं तो मुझे चुनाव लड़ने की जरूरत नहीं है। अगले साल चुनाव के बाद मुझे मुख्यमंत्री की शक्तियां प्राप्त होंगी लेकिन सिद्धू को आपके आशीर्वाद की जरूरत है। मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि कृपया उनके लिए प्रार्थना करें। मेरी पत्नी रजिया बड़े अंतर से चुनाव जीतेंगी, क्योंकि हमने सभी चुनावी वादे पूरे किए हैं। कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना ने कहा कि सिद्धू के समर्थन से मलेरकोटला को जिला का दर्जा मिला है। जब पार्टी के कुछ लोगों ने सरकार से नशीले पदार्थों के प्रसार को रोकने के लिए राज्य में अफीम की भूसी की खेती की अनुमति देने के लिए कहा, तो सिद्धू ने कहा कि वे मांग को देखेंगे और यदि संभव हो तो इसे स्वीकार करेंगे। आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने पीसीसी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की बहस की चुनौती स्वीकार कर ली है। सिद्धू से बहस के लिए समय और स्थान तय करने को कहते हुए केजरीवाल ने इसके लिए आप राज्य के अध्यक्ष भगवंत मान का नाम लिया।