आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : रेडी, प्यार तो होना ही था, बागी, छोटा चेतन जैसी फिल्मों की कहानी लिखने वाली फिल्म डायरेक्टर इकराम अख्तर पिछले करीब ढाई महीने से मुरादाबाद जेल में बंद हैं। धोखाधड़ी के मामले में 13 सितंबर को मुरादाबाद पुलिस ने इकराम को मुंबई से अरेस्ट किया था।
खास बात ये है कि कोर्ट अब से करीब 2 महीना पहले ही इकराम अख्तर की जमानत मंजूर कर चुकी है। लेकिन इकराम अख्तर कोर्ट द्वारा मांगे गए 15-15 लाख रुपये की हैसियत वाले 2 जमानती कोर्ट में पेश नहीं कर पाए। जमानती नहीं मिलने की वजह से फिल्म डायरेक्टर इकराम अख्तर की रिहाई का आदेश कोर्ट से जारी नहीं हो सका है। जिसकी वजह से वो अभी भी मुरादाबाद जेल में बंद हैं।
काेर्ट से जमानत राशि कम करने की गुहार लगाई
इकराम अख्तर ने एडीजे कोर्ट में याचिका दाखिल करके अपनी रिहाई के लिए जमानत की राशि को कम करने की गुहार लगाई है। लोअर कोर्ट ने 3 अक्टूबर को इकराम अख्तर की जमानत याचिका को स्वीकार करते हुए उन्हें 15-15 लाख रुपये हैसियत के दो जमानती प्रस्तुत करने पर जेल से रिहा करने का आदेश दिया था। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि दो जमानतियों में से एक स्थानीय होना चाहिए और दूसरा इकराम अख्तर का कोई रिलेटिव हो। 2 जमानती देने में नाकाम इकराम ने अब एडीजे कोर्ट में गुहार लगाई है कि जमानतियों की हैसियत राशि 15 लाख से घटाकर कम कर दी जाए। उनकी इस याचिका पर 15 दिसंबर को सुनवाई होगी।
फिल्म डायरेक्टर इकराम अख्तर की बेल अर्जी कोर्ट ने खारिज ने कर दी है। उन्हें फिलहाल जेल में ही रहना होगा। वह धोखाधड़ी के आरोपों में 15 सितंबर से मुरादाबाद जेल में बंद हैं। उन्होंने रेडी, प्यार तो होना ही था, बागी, छोटा चेतन जैसी फिल्मों की कहानी लिखी है।
आई लव दुबई” फिल्म को बीच में ही छोड़ने का आरोप
मुरादाबाद के बिल्डर कुलदीप कत्याल ने इकराम अख्तर के खिलाफ मुरादाबाद कोर्ट में धोखाधड़ी का एक केस रजिस्टर कराया था। इसमें कत्याल का आरोप था कि इकराम अख्तर ने एडवांस लेने के लिए बाद भी “आई लव दुबई” फिल्म को बीच में ही छोड़ दिया। कोर्ट ने इस मामले में इकराम अख्तर के खिलाफ वारंट जारी किया था। मुरादाबाद पुलिस ने 13 सितंबर को इकराम को मुंबई स्थित उनके आवास से अरेस्ट किया था। इसके बाद पुलिस ने इकराम को 15 सितंबर को मुरादाबाद कोर्ट में पेश किया था। तभी से वो मुरादाबाद जेल में बंद हैं।
बिल्डर कुलदीप कत्याल के एडवोकेट अनुज विश्नोई ने बताया कि फिल्म डायरेक्टर इकराम अख्तर की ओर से स्पेशल जज NI एक्ट हमीदुल्ला की अदालत में जमानत अर्जी दाखिल की गई थी। जिसे कोर्ट ने 3 अक्टूबर को ही स्वीकार कर इकराम की जमानत मंजूर कर ली थी। लेकिन इकराम अख्तर जमानती नहीं दे सके।
एडवांस लेकर फिल्म बीच में छोड़ने का आरोप
मुरादाबाद के बिल्डर कुलदीप कत्याल ने वर्ष 2016 में इकराम अख्तर के खिलाफ मुरादाबाद कोर्ट में केस किया था। बिल्डर कुलदीप का आरोप है कि, फिल्म डायरेक्टर इकराम अख्तर ने उनकी फिल्म “आई लव दुबई” बनाने की एवज में उनसे 1.5 करोड़ रुपए लिए थे। लेकिन पैसे लेने के बाद भी फिल्म पूरी करके नहीं दी।
इस मामले में मुरादाबाद कोर्ट से इकराम अख्तर के खिलाफ वारंट जारी था। कोर्ट की ओर से जारी वारंट लेकर मुरादाबाद की कोतवाली पुलिस मुंबई गई थी। जहां से बुधवार को इकराम अख्तर को अरेस्ट कर लिया गया था। इसके बाद उन्हें मुंबई में ही मेट्रोपॉलिटिन मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश कर मुरादाबाद पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड मांगा था। 72 घंटे के ट्रांजिट रिमांड पर पुलिस उन्हें लेकर मुरादाबाद पहुंची।
डेढ़ करोड़ के चेक बाउंस हो गए थे
बिल्डर कुलदीप कत्याल के अधिवक्ता एडवोकेट अनुज विश्नोई ने बताया कि दबाव पड़ने पर इकराम अख्तर ने डेढ़ करोड़ रुपये के चेक दिए थे। जो बाउंस हो गए। इसके बाद कुलदीप कत्याल ने मुरादाबाद कोर्ट में इकराम अख्तर के खिलाफ केस दर्ज करा दिया था। एडवोकेट अनुज विश्नोई ने बताया कि इसी केस में मुरादाबाद के अतिरिक्त न्यायाधीश NI एक्ट हमीदुल्ला ने इकराम अख्तर के खिलाफ वारंट जारी किए थे।
2017 में भी इसी मामले में अरेस्ट हुए थे इकराम अख्तर
इसी मामले में मुरादाबाद की कोतवाली पुलिस 2017 में फिल्म डायरेक्टर इकराम अख्तर को मुंबई से गिरफ्तार भी कर चुकी है। जिसके बाद उन्हें मुंबई में ही अंतरिम जमानत मिल गई थी। इसके बाद 18 मई 2017 को इकराम अख्तर मुरादाबाद में ACJM-4 की कोर्ट में पेश हुए थे। जिसके बाद उन्हें जमानत मिल गई थी। कुलदीप कत्याल के अधिवक्ता एडवोकेट अनुज विश्नोई का कहना है कि तब से लेकर इकराम अख्तर इस केस की सुनवाई से गैरहाजिर चल रहे थे। अदालत ने 9 महीने पहले फिर से इकराम अख्तर के गिरफ्तारी वारंट जारी किए थे। लेकिन वो इसके बाद भी कोर्ट में हाजिर नहीं हुए थे।
इकराम ने कहा था- बिल्डर के गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप की वजह से रुकी फिल्म
फिल्म डायरेक्टर इकराम अख्तर के अधिवक्ता विजय कृष्णा ने 2017 में मुरादाबाद कोर्ट में पेशी के दौरान बिल्डर कुलदीप कत्याल पर कई आरोप लगाए थे। इकराम के वकील का कहना था कि, बिल्डर कुलदीप कत्याल ने फिल्म में लीड रोल को लेकर शर्त लगा रहे थे। वो अपनी गर्लफ्रेंड को लीड रोल देने का प्रेशर बना रहे थे।
फिल्म की शूटिंग भी 80 प्रतिशत पूरी हो गई थी। पूरा शूट दुबई में हुआ। लेकिन जब फिल्म 20 प्रतिशत बाकी रह गई थी, तभी कुलदीप कत्याल का अपनी गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप हो गया और उन्होंने खुद ही बाकी की फिल्म पूरा नहीं होने दी।