मध्यप्रदेश के 8 जिलों- इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, रीवा, सागर और सतना को आज एफडीए  भवन में कार्यक्रम में ईट-राइट चैलेंज फॉर सिटीज एंड डिस्ट्रिक्ट्स के तहत खाद्य सुरक्षा को लेकर सकारात्मक परिर्वतन के लिये सम्मानित किया गया। साथ ही मध्यप्रदेश की 4 स्मार्ट सिटी- इंदौर, जबलपुर, सागर और उज्जैन को ईट-स्मार्ट सिटीज चेलेंज में शीर्ष 11 स्मार्ट सिटी में स्थान प्राप्त करने पर पुरस्कृत किया गया। विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस पर कार्यक्रम में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया द्वारा पुरस्कार वितरित किये गये। स्वास्थ्य सचिव श्री राजेश भूषण एवं भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अरूण सिंघल भी उपस्थित थे। 

ईट-राइट चैलेंज फॉर सिटीज एंड डिस्ट्रिक्ट्स के तहत खाद्य सुरक्षा की पहलों को अपनाने, नियम और परिवर्तन को बढ़ावा देने के प्रयासों को मान्यता देने के उद्देश्य से देश के 75 शहरों और जिलों को विजेता चुना गया है। इस स्पर्धा में देश के 188 शहरों ने अपना पंजीकरण किया था, जिनमें से सर्वोच्च अंकों के साथ इंदौर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। भोपाल, उज्जैन, जबलपुर ने क्रमशः 3, 5 और 7वाँ स्थान प्राप्त किया है। ग्वालियर को 12वाँ, रीवा को 17वाँ, सागर को 23वाँ और सतना को 74वाँ स्थान प्राप्त हुआ है। पुरस्कार खाद्य सुरक्षा आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े द्वारा ग्रहण किये गये। 

ईट-स्मार्ट सिटीज चेलेंज के तहत घरेलू स्तर पर रिसाइक्लिंग और अतिशेष भोजन दान करने की नीति के लिये इंदौर स्मार्ट सिटी को पुरस्कृत किया गया, जिसका पुरस्कार अतिरिक्त कलेक्टर श्री अभय बेडेकर ने ग्रहण किया। जबलपुर स्मार्ट सिटी को बच्चों में मोटापे की समस्या से निपटने के लिये कार्टून किरदारों द्वारा व्यवहार परिवर्तन को लेकर शुरू की गई पहल के लिये सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार  स्मार्ट सिटी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी  सुश्री निधि सिंह राजपूत ने ग्रहण किया। सागर स्मार्ट सिटी द्वारा बच्चों को खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण देने के लिये विडियो गेम और युवा पोषण एम्बेसेडर तैयार करने के लिये पुरस्कृत किया गया। सागर स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राहुल सिंह राजपूत ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। हाइड्रोपोनिक्स को बढ़ावा देने के लिये उज्जैन स्मार्ट सिटी को पुरस्कृत किया गया, जिसका पुरस्कार उज्जैन स्मार्ट सिटी के कार्यकारी निदेशक श्री अंशुल गुप्ता द्वारा ग्रहण किया गया।