भोपाल।  मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के भूतपूर्व अध्यक्ष डॉ. वीरेन्द्र मोहन कंवर ने कहा है कि सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिये गुणवत्तापूर्ण प्रयास की आवश्यकता है।

पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिये आयोजित एक दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए डॉ. कंवर ने कहा कि दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिये गुणवत्तापूर्ण परिवर्तन लाने के प्रयासों पर बल दिया जाना चाहिये। इस सिलसिले में आयोजित एक दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डी.सी. सागर ने सड़क सुरक्षा के उपायों के संबंध में प्रशिक्षण दिया। डॉ. राजश्री बजाज ने प्रशिक्षण के दौरान सड़क सुरक्षा में आपातकालीन देखभाल के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।

इस एक दिवसीय प्रशिक्षण में डॉ. कंवर ने पुलिस अधिकारियों को सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और उनसे होने वाली मृत्युओं पर अंकुश लगाने की रणनीति में परिवर्तन लाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि पुलिस और अन्य संबंधित विभागों में बेहतर समन्वय स्थापित कर यातायात प्रबंधन में उपयोगी परिवर्तन लाने का प्रयास आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कनिष्ठ से लेकर वरिष्ठ समस्त पुलिस अधिकारियों को उनके क्षेत्र में यातायात प्रबंधन पर सीधे ध्यान देना चाहिये।

एडीजी श्री सागर ने प्रशिक्षण के दूसरे सत्र को संबोधित करते हुए सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिये एप्रोप्रियेट रोड बिहेवियर, ट्रैफिक साइन और ट्रैफिक मार्किंग पर विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षण के तीसरे सत्र में डॉ. राजश्री बजाज ने आपातकालीन परिस्थिति में घायलों को तुरंत सहायता दिये जाने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि घायलों को दुर्घटना-स्थल पर ही पारम्परिक तरीकों जैसे घायलों के रक्तस्त्राव को रोकने के लिये समय पर पट्टी बाँधने तथा प्राथमिक उपचार मुहैया कराने पर लोगों की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने दुर्घटना के प्राथमिक कारणों को दूर करने पर भी जोर दिया, ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।