सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: अमेरिका के 2024 राष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग समाप्त होते ही नतीजे आने शुरू हो गए हैं। अब तक 50 में से 40 राज्यों के नतीजे आ चुके हैं, जिनमें से 25 राज्यों में रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रम्प ने और 15 राज्यों में डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस ने जीत हासिल की है।
ट्रम्प की बढ़त और कमला का तेजी से पिछड़ना
ट्रम्प अब तक कुल 40 सीटों से कमला हैरिस से आगे हैं। कमला ने तेजी से सीटों का अंतर घटाने की कोशिश की है, लेकिन अभी तक कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ है। डेमोक्रेट्स के ब्लू स्टेट्स ने कमला को जीत दिलाई है, जबकि रिपब्लिकन के रेड स्टेट्स से ट्रम्प की जीत हो रही है।
स्विंग स्टेट्स का महत्व
अब तक के नतीजों में 7 स्विंग स्टेट्स बाकी हैं, जिनमें से 4 में ट्रम्प की बढ़त दर्ज की गई है। स्विंग स्टेट्स वे राज्य हैं जहां दोनों पार्टियों के बीच वोट का मार्जिन कम होता है और किसी भी तरफ जा सकते हैं। इन राज्यों में कुल 93 सीटें हैं, जो चुनाव की दिशा तय कर सकती हैं।
कांग्रेस में रिपब्लिकन की बढ़त
राष्ट्रपति चुनाव के साथ ही अमेरिकी संसद के दोनों सदनों, सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के भी चुनाव हुए हैं। सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी ने 51 सीटें जीती हैं, जबकि हाउस में भी रिपब्लिकन लीड कर रही है। यदि ट्रम्प जीतते हैं, तो वे 4 साल बाद व्हाइट हाउस में वापसी करेंगे। वहीं, कमला हैरिस यदि जीतती हैं, तो वे पहली महिला राष्ट्रपति बनेंगी।
चुनावी घटनाक्रम
- ट्रम्प और मेलानिया वोट डालने पहुंचे: ट्रम्प अपने समर्थकों के साथ वोट डालने गए।
- कमला हैरिस पार्टी हेडक्वार्टर पहुंची: हैरिस ने वॉशिंगटन डीसी में पार्टी के हेडक्वार्टर से नतीजों पर नजर रखी।
- एरिजोना और पेंसिलवेनिया में वोटिंग: एरिजोना में वोट करने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए, वहीं पेंसिलवेनिया में ट्रम्प समर्थकों ने “मेक अमेरिका ग्रेट एगेन” नाखूनों पर पेंट कर वोट डालने पहुंचे।
प्रमुख बयान
- ट्रम्प: “मुझे पूरा भरोसा है कि हम चुनाव जीतेंगे। यह नजदीकी लड़ाई नहीं होगी।”
- इलॉन मस्क: “अगर ट्रम्प हारते हैं तो यह अमेरिका का आखिरी चुनाव होगा। लोकतांत्रिक सिस्टम खत्म हो जाएगा।”
वैश्विक प्रभाव
ट्रम्प की बढ़त की खबर ने जापान और ऑस्ट्रेलिया के शेयर बाजारों में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की है। अमेरिकी डॉलर मजबूत रहा है, और BBC के मुताबिक चुनावी नतीजे दुनियाभर की अर्थव्यवस्था, खासकर एशिया पर प्रभाव डाल सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप
अगर चुनाव में नतीजे स्पष्ट नहीं होते हैं, तो मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा सकता है। 2000 के चुनाव की तरह, जहां फ्लोरिडा के नतीजे कोर्ट तक पहुंचे थे, इस बार भी समान परिस्थिति उत्पन्न हो सकती है।
आगामी चुनावी दिनचर्या
वोटिंग के बाद गिनती तेजी से हो रही है। अधिकांश राज्यों में नतीजे 1 से 2 दिन में आ सकते हैं। अगर दोनों उम्मीदवारों के बीच मतों का अंतर कम रहता है, तो गिनती दोबारा की जा सकती है।
निष्कर्ष
अमेरिकी चुनाव अब भी अनिश्चितता से भरे हुए हैं। ट्रम्प की वर्तमान बढ़त मजबूत है, लेकिन स्विंग स्टेट्स का परिणाम निर्णायक साबित हो सकता है। कमला हैरिस की तेजी से सीटें घटाने की कोशिश अभी भी जारी है। दोनों उम्मीदवारों के बीच टक्कर कड़ी बनी हुई है और अंतिम नतीजे जल्द ही सामने आने की संभावना है।