सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: आज हम आपको एक ऐसी प्रेरणादायक और विवादास्पद यात्रा के बारे में बताएंगे, जिसमें एक साधारण परिवार से उठकर अमेरिका के राष्ट्रपति बनने तक की कहानी छिपी है।
डोनाल्ड ट्रम्प के दादा, फ्रेडरिक ट्रम्प, जर्मनी के एक नाई थे, जिन्होंने सैन्य सेवा से बचने के लिए अमेरिका का रुख किया। अमेरिका में उन्होंने होटल और शराबखानों के बिजनेस में अपनी किस्मत आजमाई और जल्दी ही अमीर बन गए। डोनाल्ड ट्रम्प के पिता, फ्रेड ट्रम्प, ने परिवार के रियल एस्टेट बिजनेस को स्थापित किया, और डोनाल्ड ने उसी विरासत को आगे बढ़ाया। उन्होंने न्यूयॉर्क में गगनचुंबी इमारतों और कसीनो के निर्माण में कदम रखा और 1983 में प्रतिष्ठित ट्रम्प टॉवर का निर्माण करवाया।
ट्रम्प ने ताजमहल कैसिनो पर 1 बिलियन डॉलर खर्च कर उसे दुनिया का आठवां अजूबा बताया। इसके साथ ही, उन्होंने ‘द अप्रेंटिस’ नामक रियलिटी शो होस्ट किया, जिसने उन्हें अमेरिकी जनता के बीच एक सेलेब्रिटी बना दिया। उनकी फेमस लाइन ‘यू आर फायर्ड’ आज भी सभी को याद है।
2015 में ट्रम्प ने रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की घोषणा की और 2016 में हिलेरी क्लिंटन को हराकर राष्ट्रपति बने। ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ के नारे ने राजनीति में नई लहर पैदा की। हालांकि, उनका सफर विवादों से भरा रहा। उन पर यौन शोषण और कई अन्य कानूनी मामलों के आरोप लगे।
अब, 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प एक बार फिर मैदान में हैं। क्या वह अपनी कहानी को एक बार फिर से लिख पाएंगे? क्या वे अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में वापसी कर पाएंगे? यह देखना दिलचस्प होगा। इस तरह की और खबरों के लिए जुड़े रहें आईटीडीसी न्यूज़ के साथ।