भोपाल । मध्य प्रदेश में शराबंदी को लेकर सियासित जारी है। बुधवार को उमा भारती के बाद अब राज्यसभा सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिस क्षेत्र की भी 50 प्रतिशत महिलाएं शराबबंदी के पक्ष में हों। वहां की दुकानें बंद करें।

दिग्विजय सिंह पीसीसी मुख्यालय में संत रविदास जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे। यहां पर उन्होंने कहा कि मेरी शराबबंदी को लेकर नीति साफ है। किसी भी शहर गांव, मोहल्ल में शराब की दुकान बंद करनी हो तो उस क्षेत्र की महिलाओं की राय लें। जिस क्षेत्र की 50 प्रतिशत महिलाएं शराबबंदी के पक्ष में हों वहां की दुकानें बंद करें। बता दें इससे पहले उमा भारती भी शराबबंदी को लेकर अभियान शुरू करने का ऐलान किया था, लेकिन तीन बार तारीखें देने के बाद भी आंदोलन शुरू नहीं हुआ।

कांग्रेस ने उमा पर साधा था निशाना

उमा भारती की शराबबंदी को लेकर आंदोलन शुरू करने की तीसरी तारीख 14 फरवरी के बीत जाने पर कांग्रेस ने निशाना साधा था। कांग्रेस ने कहा कि था कि शिवराज सरकार के शराब प्रेम के आगे अब प्रदेश की फायर ब्रांड नेता पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी घुटने टेक दिए हैं। कांग्रेस नेता नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि शराबबंदी को अभियान शुरू करने को लेकर तारीख पे तारीख सामने आ रही है। पहले उन्होंने 8 मार्च 2021 की तारीख दी, फिर उसे बढ़ाकर 15 जनवरी 2022 और फिर 14 फरवरी 2022 किया। इसको लेकर इंदौर में कांग्रेस ने पोस्टर भी लगाए थे।

सिर्फ प्रचार के लिए देते हैं ऐसे बयान

मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि दिग्विजय सिंह मीडिया की सुर्खियों में आने के लिए इस तरह के बयान देते हैं। हम सबको नशे से दूर रहना चाहिए। नशे से लोग दूर रहे, हम सबका यही उद्देश्य है। शराब नीति में ही हमने पहली लाइन में कहा है कि नशे से सब दूर रहें।