सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कआईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : यश दयाल के पिता चंद्रपाल दयाल को धोनी के 110 मीटर लंबा छक्का लगाने के बाद IPL में पिछले सीजन यश के ओवर में खेली गई रिंकू सिंह की पारी याद आ गई। चंद्रपाल कहते हैं कि ओवर की अगली गेंद पर बेटे (यश ) ने धोनी को आउट कर दिया तो मुझे भरोसा हो गया कि वह कप्तान की उम्मीदों पर खरा उतर गया।

चंद्रपाल दयाल ने दैनिक भास्कर से बातचीत की। उन्होंने पिछले सीजन में KKR के बल्लेबाज रिंकू सिंह के यश के पांच गेंदों पर पांच छक्के लगाए जाने के बाद यश के डिप्रेशन से उबरने और उनके आगे के करियर के बारे में बात की। साथ ही शनिवार को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ की गई गेंदबाजी को लेकर भी बातचीत की।

सवाल- यश के ओवर की पहली गेंद पर धोनी के छक्के के बाद मन में क्या चल रहा था?

जवाब- जब यश की पहली गेंद पर एमएस धोनी ने 110 मीटर लंबा छक्का जड़ दिया, तो हमें IPL-2023 में यश के ओवर में रिंकू सिंह की खेली गई पारी याद आ गई।

मैं थोड़ा डर गया कि कहीं धोनी भी मैच RCB के मुंह से छीन न ले जाएं और दोष बेटे पर फिर न आ जाए, लेकिन यह डर अगली ही गेंद में दूर हो गया, जब यश ने धोनी को आउट कर दिया। मुझे लगा अब मैच बेटा बचा ले जाएगा।

IPL के पिछले सीजन में यश दयाल गुजरात टाइटंस का हिस्सा थे। KKR के खिलाफ एक मैच में गुजरात के कप्तान हार्दिक पंड्या ने आखिरी ओवर युवा प्लेयर यश को सौंपा था। उस समय KKR को जीत के लिए 6 गेंदों पर 28 रनों की जरूरत थी। बल्लेबाज रिंकू सिंह ने 5 गेंदों पर 5 सिक्स लगाकर कोलकाता को जीत दिला दी।

सवाल- जब कप्तान ने यश को आखिरी ओवर दिया और क्रीज पर धोनी थे। तब आपको कितना भरोसा था?

जवाब- मुझे विश्वास था कि बेटा कप्तान के भरोसे पर खरा उतरेगा और RCB को प्लेऑफ में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएगा। हालांकि, क्रीज पर धोनी और रवींद्र जडेजा थे, ऐसे में मन में थोड़ा डर भी था। मन में यही चल रहा था कि बेटा इस मैच को बचा ले जाए। यश का इस सीजन में प्रदर्शन काफी बेहतर रहा है।

सवाल- रिंकू के 5 छक्कों के बाद यश डिप्रेशन में चले गए थे और इस सीजन में शानदार वापसी की है, इसके बारे में बताइए?

जवाब- मैं भी जोनल लेवल का क्रिकेटर रहा हूं। यश बचपन से ही गेंदबाजी करता था। हमें उसकी तकनीक पर कोई संदेह नहीं था। मुझे पता था कि यश पहला गेंदबाज नहीं है, जिसके एक ओवर में 5 छक्के लगे हैं। ऐसा भी नहीं है कि आगे किसी गेंदबाज के ओवर में नहीं लगेंगे। हमारे लिए उसको इस सदमे से बाहर निकालना चुनौती पूर्ण था।

एक पिता के तौर पर मुझे उसे फिर से पटरी पर लाना था। मैंने और मेरी पत्नी सहित परिवार के सभी लोगों ने उस पर भरोसा जताया। मैंने कहा कि वह इकलौता नहीं है, जिसके एक ओवर में किसी बैटर ने 5 छक्के जड़े हैं। यह गेम का हिस्सा है।

जब वह IPL से लौटा तो मैं उसको रेगुलर अकादमी लेकर जाता था। मैं उससे कहता था कि हम सभी को तुम पर भरोसा है, फिर से तुम अपने-आप को साबित करोगे। परिवार के सभी लोग उससे रेगुलर बात करते थे। धीरे-धीरे वह इस सदमे से बाहर आ गया। मुझे खुशी है कि बेटे ने अपने आपको फिर से IPL में साबित करके दिखाया।