सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कआईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: पवित्र रमजान के चलते बंदे रोजा रखने के साथ ही मस्जिदों में इबादत कर रहे हैं। 5 अप्रैल को अलविदा जुमा होगा। इसकी बंदों की निगाह में अहमियत मिनी ईद के रूप में है। दूसरी ओर दाउदी बोहरा समाज में 100 से ज्यादा बार दौर-ए-कुरान सत्र आयोजित किए जा चुके हैं। इसमें आठ से दस लोगों के अलग-अलग समूह में करीब 1000 लोगों द्वारा कुरान का पाठ किया जाता है। दाऊदी बोहरा समाज के धर्मगुरु “हिज होलीनेस” सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन साहब ने समाजजनों को कुरान का पाठ करने के साथ ही नेक काम और जरूरतमंदों की मदद करने के लिए प्रोत्साहित किया है।

5 अप्रैल को रमजान का अलविदा जुमा है। बंदे बड़ी संख्या में नमाज अदा करने मस्जिदों में पहुंचेंगे। मस्जिदों में नमाज अदा करने और रोजा रखने के अलावा, बंदे घरों में भी पवित्र कुरान का पाठ करेंगे। विशेष नमाज अदा की जाएगी।

शिक्षा को अपने जीवन में उतारना है

दाउदी बोहरा समाज के मीडिया प्रभारी इब्राहिम अली दाउदी ने बताया कि दौर-ए-कुरान सत्र में एक के बाद एक, सर्कल में एक साथ बैठकर पढ़ना और समझना होता है। इसका उद्देश्य पवित्र रमजान को समझना और इसकी शिक्षा को अपने जीवन में उतारना है। बोहरा समुदाय जनों के घरों और मस्जिदों में इन सत्रों का आयोजन हुआ।