सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी (DAVV) की जमीन को लेकर अब बड़ा बदलाव होने जा रहा है। राजभवन में हुई समीक्षा बैठक में DAVV को अपनी पूरी जमीन का मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इस मास्टर प्लान के माध्यम से विश्वविद्यालय को अपनी जमीन के हर इंच का उपयोग तय करना होगा।
मास्टर प्लान में विस्तार और नई सुविधाओं का समावेश
बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि मास्टर प्लान में यह तय करना अनिवार्य होगा कि कौन से विभागों का विस्तार होगा और नई लैब, लाइब्रेरी, हॉस्टल, या IT सेंटर के लिए कितनी जमीन की आवश्यकता होगी। इस योजना के तहत, DAVV को अपने शैक्षणिक और अवसंरचनात्मक विकास को सुव्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाने का मौका मिलेगा।
भूमि उपयोग में बदलाव: अन्य प्रोजेक्ट्स के लिए जमीन नहीं उपलब्ध
राजभवन में हुई बैठक में यह भी कहा गया कि अब विश्वविद्यालय अन्य प्रोजेक्ट्स के लिए आसानी से जमीन उपलब्ध नहीं करा सकेगी। पहले भंवरकुआं थाना और पानी की टंकी जैसी परियोजनाओं के लिए विश्वविद्यालय को जमीन देनी पड़ी थी, लेकिन अब ऐसी कोई अनुमति नहीं दी जाएगी। यह कदम विश्वविद्यालय की जमीन की रक्षा के साथ-साथ इसके शैक्षणिक उद्देश्यों की प्राथमिकता को सुनिश्चित करेगा।
छात्रों को स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहन
बैठक में छात्रों को स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया गया। छात्रों के आइडिया इनक्यूबेशन सेंटर में विकसित किए जाएंगे और विश्वविद्यालय इस प्रक्रिया का पूरा रिकॉर्ड रखेगी। इससे विद्यार्थियों को नवोन्मेषी विचारों को साकार करने में सहायता मिलेगी और उन्हें व्यावसायिक दुनिया में कदम रखने का उचित मार्गदर्शन मिलेगा।
फैकल्टी प्रोफाइल का समर्थ पोर्टल पर अपलोड
सभी फैकल्टी का प्रोफाइल अब समर्थ पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। इससे NAAC और NIRF रैंकिंग में मदद मिलेगी। इस पहल से विश्वविद्यालय की अकादमिक गुणवत्ता और प्रबंधन की पारदर्शिता बढ़ेगी, जो कि राष्ट्रीय स्तर पर DAVV की प्रतिष्ठा को सुदृढ़ करेगी।
मास्टर प्लान से भविष्य की सटीक योजनाएं
DAVV का यह मास्टर प्लान न केवल इसकी जमीन की रक्षा करेगा, बल्कि भविष्य की योजनाओं को और भी सटीक और पारदर्शी बनाएगा। इस पहल से विश्वविद्यालय की समग्र विकास रणनीति मजबूत होगी और DAVV को शैक्षणिक क्षेत्र में और भी अग्रणी स्थान प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।
निष्कर्ष
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी का मास्टर प्लान तैयार करना एक महत्वपूर्ण कदम है जो न केवल जमीन के कुशल उपयोग को सुनिश्चित करेगा, बल्कि विश्वविद्यालय की दीर्घकालिक विकास रणनीति को भी सुदृढ़ करेगा। इस पहल से DAVV की स्थिति शैक्षणिक मानचित्र पर और भी मजबूत होगी।