सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल:  देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी (DAVV) के गुरुवार को होने वाले दीक्षांत समारोह से पहले पीएचडी शोधार्थियों के बीच नाराजगी का माहौल है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों डिग्री न मिलने से असंतुष्ट शोधार्थियों ने मंगलवार को रिहर्सल का बहिष्कार कर दिया। हालांकि, यूनिवर्सिटी की समझाइश के बाद उन्होंने ग्रुप फोटो के लिए रिहर्सल में भाग लिया और मुख्य समारोह में शामिल होने के लिए भी सहमति दे दी।

राष्ट्रपति भवन द्वारा तय हुआ कार्यक्रम

शोधार्थियों की मांग थी कि यदि राष्ट्रपति से डिग्री नहीं मिल रही है, तो कम से कम कुलाधिपति या मुख्यमंत्री के हाथों उन्हें डिग्री दिलाई जाए। इस पर DAVV की कुलपति डॉ. रेणु जैन ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रपति भवन द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत यह संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का हर मिनट राष्ट्रपति भवन से तय होकर आया है और अतिथियों का राष्ट्रपति के जाने के बाद ही रवाना होना निश्चित है। इस स्थिति में राष्ट्रपति के अलावा किसी अन्य अतिथि से डिग्री दिलवाना संभव नहीं है।

मेडल देने पर भी भ्रम की स्थिति

सुबह राष्ट्रपति भवन से यह संदेश मिला कि राष्ट्रपति 46 के बजाय केवल 25 छात्रों को ही अपने हाथों से मेडल देंगे। इस संदेश के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने राष्ट्रपति भवन के अधिकारियों से चर्चा की और काफी मशक्कत के बाद 46 छात्रों को मेडल देने की अनुमति मिल गई।

जानकारों की राय और यूनिवर्सिटी का अनुरोध

पीएचडी शोधार्थियों के विरोध को जानकारों ने अनावश्यक बताया। उनका कहना है कि दीक्षांत समारोह आमतौर पर गोल्ड मेडलिस्ट छात्रों के लिए होता है, जबकि यहां 160 शोधार्थियों के साथ राष्ट्रपति के साथ ग्रुप फोटो का अवसर भी मिल रहा है। DAVV के रजिस्ट्रार डॉ. अजय वर्मा ने सभी शोधार्थियों से कार्यक्रम की गरिमा बनाए रखने की अपील की और राष्ट्रपति के साथ ग्रुप फोटो में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया