सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ा राजनीतिक फैसला लिया है। पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को उनकी पारंपरिक पटपड़गंज सीट से हटाकर जंगपुरा से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
क्या है इसके पीछे की वजह?
- गिरता जनाधार:
2020 के चुनावों में पटपड़गंज से मनीष सिसोदिया की जीत का अंतर मात्र 3,207 वोट रह गया था। यह उनके क्षेत्र में घटते जनसमर्थन का संकेत देता है। - लंबी अनुपस्थिति:
शराब नीति केस में गिरफ्तारी के कारण सिसोदिया लंबे समय तक क्षेत्र से दूर रहे, जिससे क्षेत्र में उनका प्रभाव कम हुआ। - एंटी-इनकंबेंसी:
पटपड़गंज में विरोधी लहर का खतरा पार्टी को महसूस हुआ, जिसके चलते यह बदलाव किया गया।
पटपड़गंज से किसे दिया मौका?
AAP ने पटपड़गंज सीट से अवध ओझा को टिकट दिया है। अवध ओझा पूर्वांचली समुदाय में मजबूत पकड़ रखते हैं, जिससे पार्टी को उम्मीद है कि यह दांव इलाके के समीकरणों को साधने में सफल रहेगा।
जंगपुरा क्यों चुना गया?
जंगपुरा सीट को मनीष सिसोदिया के लिए सुरक्षित माना जा रहा है। 2020 के चुनाव में इस सीट पर AAP ने बड़े अंतर से जीत हासिल की थी, और पार्टी को उम्मीद है कि यह सिसोदिया के लिए एक सुरक्षित विकल्प साबित होगी।
क्या यह रणनीति सफल होगी?
AAP का यह कदम एक राजनीतिक दांव है, जो पार्टी के भविष्य और सिसोदिया की छवि दोनों को प्रभावित कर सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह रणनीति पार्टी को पटपड़गंज और जंगपुरा दोनों जगह फायदा पहुंचा पाती है।
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