सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: सेंटर फॉर रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल स्टाफ परफॉर्मेंस (क्रिस्प) ने को अपना 28वां स्थापना दिवस मनाया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के पूजन के साथ हुई।
इस मौके पर क्रिस्प के प्रबंध संचालक डॉ. श्रीकांत पाटिल ने क्रिस्प के अब तक के सबसे बड़े माइलस्टोन पर बात की, जिसमें उन्होंने बताया कि पिछले 28 वर्षों में क्रिस्प ने इस साल सर्वाधिक राजस्व अर्जित किया है।

Crisp celebrated 28th foundation day, program started with worship of Maa Saraswati.
आगे उन्होंने कहा कि आईटीआई अपग्रेड करने का विषय पूरे देश में गूंज रहा है। प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव जी ने इस पर काफी जोर दिया है। इसी क्रम में क्रिस्प ने श्रमोदय आई.टी.आई. को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है, जिससे समाज के पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कर्मचारियों को उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया, साथ ही संगठन के लक्ष्य के साथ व्यक्तिगत लक्ष्यों को संरेखित करने की प्रेरणा दी। उन्होंने क्रिस्प के उज्ज्वल भविष्य की कल्पना की और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया।

 

Crisp celebrated 28th foundation day, program started with worship of Maa Saraswati.
इसके बाद क्रिस्प के डायरेक्टर अमोल वैद्य ने पिछले वर्ष में क्रिस्प द्वारा हासिल की गई प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। इनमें एल एंड टी, आईटी प्रोजेक्ट्स, इंडियन कोस्ट गार्ड्स का लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम, और पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन (पीएफसी) जैसे प्रोजेक्ट्स शामिल हैं, जिन्हें 2023 में सफलतापूर्वक पूरा किया गया।

Crisp celebrated 28th foundation day, program started with worship of Maa Saraswati.
कार्यक्रम का समापन कर्मचारियों के मनोरंजन के लिए आयोजित विभिन्न खेलों के साथ हुआ, जहां सभी ने पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया। रिंग गेम में क्रिस्प स्टाफ ने अपने तालमेल का प्रदर्शन किया, जिससे माहौल में हंसी की लहर दौड़ गई। तंबोला के दौरान सभी ने संख्याओं की घोषणा के साथ उत्सुकता से अपने टिकटों पर नजरें गड़ाए रखीं, और म्यूजिकल चेयर का खेल सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रहा, जिसमें कर्मचारियों ने बड़ी मस्ती और खेल भावना का परिचय दिया।इन खेलों ने न केवल सभी को मनोरंजन और मस्ती का मौका दिया, बल्कि आपसी सहयोग और टीम वर्क को भी बढ़ावा दिया। दिन के इस हिस्से को सभी ने एक शानदार अनुभव के रूप में सराहा।