भोपाल । मध्यप्रदेश में रोजाना मिलने वाले कोरोना के मरीजों की संख्या अब 300 से नीचे आ गई है। कोरोना के रोजाना औसतन 289 मरीज घट रहे हैं। प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर अपने पीक पर आ गई है। प्रदेश में 22 जनवरी को कोरोना के पीक (एक दिन में सर्वाधिक मरीज) पर पहुंचने के बाद मरीजों की संख्या में कमी आना शुरु हुआ है। बीते मंगलवार को 259 और सोमवार को 285 कोरोना मरीज मिले हैं। इसके उलट मरीजों के बढ़ने की रफ्तार देखें तो पीक पर पहुंचने तक औसतन 408 मरीज रोज बढ़े थे।
यानी तीसरी लहर में मरीज जिस रफ्तार से बढ़े थे, उस तरह से घटे नहीं हैं। बता दें कि 26 दिसंबर 2021 को 256 मरीज मिलने के बाद रोज मिलने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ते हुए 22 जनवरी को सर्वाधिक 11,274 संक्रमित मिले थे। इसके बाद मरीजों की संख्या कम होते-होते एक मार्च को 259 पर आ गई है। यानी अब लगभग उतने ही मरीज रोज मिल रहे हैं, जितने से तीसरी लहर में मरीजों के बढ़ने की शुरुआत हुई थी। तीसरी लहर में अब तक दो लाख 45 हजार मरीज मिल चुके हैं।
इनमें 89,210 मरीज तीसरी लहर शुरू होने से लेकर पीक पर पहुंचने तक (27 दिन) में मिले थे। 1,56,545 मरीज पीक के बाद घटते हुए अब तक मिले हैं। इस तरह बढ़ते समय रोज औसतन 3304 मरीज मिले, जबकि घटने के दौरान हर दिन औसतन 4119 मिले। तीसरी लहर में मिले मरीजों में से 456 की मौत हुई है, जो इस लहर में कुल संक्रमितों का 0.18 प्रतिशत है।
इस बारे में गांधी मेडिकल कालेज, भोपाल के छाती व श्वास रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डा. लोकेन्द्र दवे का कहना है कि चौथी लहर के बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। तीसरी लहर में मरीज बढ़ रहे थे, तब लोगों ने सावधानी रखी, जिससे रोज मिलने वाले मरीजों की संख्या कम रही। मरीज घटने लगे तो लोगों ने सावधानी रखना कम कर दिया। मास्क और शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया। इस कारण मरीज घटकर उसी स्तर पर आने में ज्यादा दिन लगे और हर दिन मिलने वाले मरीजों की संख्या भी ज्यादा रही।