नई दिल्ली । भारत में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते मामलों ने महामारी की तीसरी लहर की आशंका को बलवती कर दिया है। 14 शहरों में कोरोना मामलों में अचानक इजाफे को देखते हुए केंद्र ने राज्यों को लेटर लिखकर तत्काल एक्शन लेने को कहा है। सूत्रों के मुताबिक, केंद्र ने मृत्यु दर कम करने को लेकर अभी से जरूरी कदम उठाने की बात कही है।

दिल्ली में लागू जीआरपी मॉडल को पूरे देश में लाने पर भी विचार किया जा रहा है। दिल्ली और मुंबई में कोरोना संक्रमितों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है। वहीं, गुड़गांव, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु और अहमदाबाद सहित कई शहरों में भी संक्रमण बढ़ा है। देश में सबसे ज्यादा ओमिक्रॉन संक्रमित (263) फिलहाल दिल्ली में हैं। वहीं, 252 मामलों के साथ महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर है।

हालांकि, बेंगलुरु और अहमदाबाद में भी ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। देश में अब तक ओमिक्रॉन के कुल 974 मामले दर्ज किए गए हैं। बुधवार को देश में 180 नए ओमिक्रॉन केस मिले थे। पूरे देश में बढ़ते ओमिक्रॉन के मामलों को देखते हुए केंद्र ने राज्यों को 3 सूत्रीय सलाह दी है। केंद्र ने राज्यों को टेस्टिंग, वैक्सीनेशन और सतर्क रहने की सलाह दी है।

वैज्ञानिकों का अनुमान है कि भारत में बढ़े कोविड-19 के मामलों की वजह से तीसरी लहर आने की संभावना है। हालांकि, इसका प्रभाव पहली और दूसरी लहर की तरह गंभीर नहीं होगा। जानकारों के मुताबिक, ये लहर बहुत कम समय तक रहेगी। 2022 की शुरुआत में कोरोना के मामले में उछाल आने का अनुमान है। तीसरी लहर पर अब तक विशेषज्ञों ने जो भी अंदाजा लगाया है उसमें से ये 4 बातें प्रमुख हैं।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से विदेशी फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कोलकाता में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। यहां देश भर से लोग फ्साइट्स और ट्रेनों के जरिए आते हैं। सरकार को उन देशों की फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लगाना चाहिए, जहां ओमिक्रॉन के मामले अधिक हैं।