तिरुअनंतपुरम । केरल की सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की युवा इकाई डीवाईएफआई के एक मुस्लिम कार्यकर्ता की एक ईसाई युवती से शादी को लेकर राजनीतिक विवाद छिड़ गया है। भाजपा ने मुस्लिम युवक के दूसरे धर्म की लड़की से जबरन शादी करने का मामला जोर-शोर से उठाया था।

युवती के रिश्तेदारों ने भी लव जिहाद का आरोप लगाया है। लड़की के पिता ने दावा किया है कि उसकी बेटी को उसकी मर्जी के खिलाफ ले जाया गया है और राज्य के बाहर की किसी एजेंसी से इस मामले की जांच कराई जानी चाहिए। स्थानीय न्यायाधीश ने लड़की को उसके परिवार द्वारा लगाए गए इसी तरह के आरोपों के आधार पर अगले तीन दिनों के भीतर अदालत में पेश होने को कहा है।

इस विवाद को संभालने के लिए सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी को भी बैठक में शामिल होना पड़ा था। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा है कि अंतरधार्मिक विवाह कोई अस्वाभाविक घटना नहीं है और लव जिहाद के नाम से चलाया जा रहा अभियान आरएसएस और संघ परिवार के दिमाग की उपज है। युवती ने अपने परिवार की इच्छा के विरुद्ध जाकर डीवाईएफआई के एक स्थानीय मुस्लिम नेता शेजिन से शादी कर ली है, जिसके बाद वधू के रिश्तेदारों ने लव जिहाद का आरोप लगाया।

युवती के पिता ने कहा कि केरल पुलिस उनकी बेटी को उनके पास लाने में नाकाम रही है, इसलिए उन्हें पुलिस पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्होंने उच्च न्यायालय का रुख किया है और वहां जो निर्णय होगा उससे वह भविष्य की कार्रवाई पर विचार करेंगे। ज्योत्सना के घरवाले इसे लव जिहाद करार दे रहे हैं जबकि युवती ने कोर्ट में बयान दिया है कि उसने अपनी मर्जी से बिना किसी दवाब में आकर शादी की है।