भोपाल । प्रदेश के अन्य जिलों के साथ-साथ राजधानी भोपाल में 12 से 14 साल के बच्चों के टीकाकरण का शुभारंभ बुधवार से किया गया है। इसके लिए करीब 200 स्कूलों को टीकाकरण केंद्र बनाया गया है। इसमें करीब 86 हजार बच्चों का टीकाकरण कराने का लक्ष्य रखा गया है। स्कूलों में होने वाले टीकाकरण के लिए जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बुधवार को बच्चों के टीकाकरण शुभारंभ का कार्यक्रम अरेरा कालोनी स्थित शासकीय नवीन कन्या उमावि में आयोजित किया गया था। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शुभारंभ अवसर पर पहुंचे। स्कूलों में समन्वय की जिम्मेदारी डीपीसी राजेश बाथम को दी गई है, जिन पर अधीनस्थ महिला कर्मचारी ने यौन प्रताडऩा के आरोप लगाए थे। यहां बच्चों के साथ मुख्यमंत्री ने एक फोटो खिंचावाई, जिसमें राजेश बाथम भी पीछे खड़े मुस्कुरा रहे हैं।
इस फोटो को कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता व कमल नाथ के मीडिया प्रभारी नरेंद्र सलूजा ने इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। उन्होंने इस तस्वीर को लेकर ट्रवीट किया और इसे आपत्तिजनक बताया है। उन्होंने यह भी लिखा है कि स्कूल शिक्षा विभाग के जिस अधिकारी पर एक महिला ने छेड़छाड़ और प्रताडऩा की शिकायत दर्ज कराई हुई है, वो अधिकारी मुख्यमंत्री के करीब और फोटो में कैसे पहुंच गया यह आपत्तिजनक है।
दरअसल करीब छह माह पहले राजधानी के डीपीसी कार्यालय में पदस्थ एक महिला कर्मचारी ने राजेश बाथम के खिलाफु यौन प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री, विभागीय अधिकारियों को शिकायत की थी। लेकिन मामले में छह महीने से अधिकारी डीपीसी को बचाने में लगे है। करीब दो महीने पहले जिला प्रशासन की जांच भी पूरी हो चुकी है। मामले में लीपापोती होता देख राज्य मंत्री स्कूल शिक्षा इंदर सिंह परमार ने रिपोर्ट तलब की थी। उक्त मामले में कार्रवाई के लिए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी निर्देश दे चुके हैं। इसके बावजूद इसके कोहेफिजा थाना में दर्ज प्रकरण को लेकर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
यह है मामला
पीडि़त महिला 2017 से डीपीसी कार्यालय में कार्यरत है। महिला का आरोप है कि बाथम उसके साथ आफिस में अश्लील हरकतें करते थे। उसे देर रात तक ऑफिस में रुकने को कहा जाता था। कोरोना के दौरान सिर्फ उसे ही ऑफिस बुलाया गया। इस दौरान बाथम उससे छेड़छाड़ करते थे। गंदी बातें और अश्लील हरकतें कीं। विरोध करने पर परेशान किया जाने लगा। इसी से परेशान होकर महिला ने विभाग में इसकी शिकायत की।