भोपाल । राजधानी में शुक्रवार को भी बादल बने रहेंगे। मप्र में कई जिलों में कहीं–कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। अलग–अलग स्थानों पर बनी चार मौसम प्रणालियों के कारण प्रदेश के मौसम में यह बदलाव देखने को मिल रहा है। गुरुवार को पश्चिमी मप्र में बादल छाए रहे और तेज रफ्तार से हवाएं चलीं। उज्जैन, इंदौर, भोपाल में बूंदाबांदी हुई। जिसके चलते उज्जैन में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। राजधानी में भी दिन के तापमान में सात डिग्रीसे. की गिरावट हुई। उधर पूर्वी मप्र में गर्मी के तीखे तेवर बरकरार रहे।
जिसके चलते सतना, दमोह, सीधी एवं उमरिया में अधिकतम तापमान 43 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। हालांकि प्रदेश में कहीं भी लू नहीं चली। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शुक्रवार को भी बादल बने रहेंगे। पूर्वी मप्र में कहीं–कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार, वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ गुजरात के आसपास ट्रफ के रूप में बना हुआ है। उत्तर–पूर्वी मप्र पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर विदर्भ होते हुए तेलंगाना तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है।
इसके अतिरिक्त उत्तरी पाकिस्तान और उससे लगे पंजाब पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन चार मौसम प्रणालियों के कारण अरब सागर से नमी मिल रही है। जिसके चलते बादल छाए हुए हैं। हालांकि अपेक्षाकृत नमी नहीं रहने के कारण बौछारें नहीं पड़ रही हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि अरब सागर से मिल रही नमी के कारण बुधवार रात से ही पश्चिमी मप्र में बादल छा गए थे।
जिसके चलते उज्जैन, शाजापुर, उज्जैन, नर्मदापुरम एवं भोपाल में बुधवार–गुरुवार की दरमियानी रात, गर्म रात रही। गुरुवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 35.5 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो सामान्य से चार डिग्रीसे. कम रहा। यह बुधवार के अधिकतम तापमान 42.5 डिग्रीसे. की तुलना में सात डिग्रीसे. कम रहा। न्यूनतम तापमान 28 डिग्रीसे. दर्ज किया गया। जो सामान्य से पांच डिग्रीसे. अधिक रहा। यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्रीसे. की तुलना में 5.8 डिग्रीसे. अधिक रहा। साहा के मुताबिक शुक्रवार को भी बादल बने रहेंगे। पश्चिमी मप्र में तापमान कुछ बढ़ेगा, जबकि पूर्वी मप्र में तापमान में गिरावट हाेगी। साथ ही कहीं–कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है।